
मायावती ने अपने सिपाहियों को दिया कैराना मेें जीत हासिल करने का यह मंत्र
मेरठ। यूपी में फूलपुर और गोरखपुर में भाजपा की गठबंधन से मिली हार और अब कर्नाटक में कांग्रेस की बनी गठबंधन सरकार से बीएसपी मायावती बहुत उत्साहित हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार जिस दिन कर्नाटक में भाजपा बहुमत साबित नहीं कर पाई थी, उसी दिन मायावती ने उप्र के पार्टी पदाधिकारियों को 23 मई की पार्टी मीटिंग के लिए लखनऊ पहुंचने का आदेश जारी कर दिया था। मेरठ से लखनऊ गए पार्टी पदाधिकारियों को बीएसपी प्रमुख मायावती ने बीजेपी के खिलाफ शुरू किए जाने वाले अभियान के बारे में जानकारी दी और उसकी तैयारी के लिए कहा है। इसके साथ ही कैराना उपचुनाव के लिए भी पार्टी कार्यकर्ताओं की भूमिका को लेकर स्थिति साफ की।
कैराना जीत के लिए यह दिया मंत्र
बसपा सुप्रीमो ने पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कैराना और नूरपुर उपचुनाव में गठबंधन के प्रत्याशी को पूरा समर्थन और मदद करें। दोनों ही स्थानों के दलित वोटरों को गठबंधन प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने को कहा है। कैराना पर हालांकि बीएसपी का गैर बीजेपी दलों को समर्थन जगजाहिर है, लेकिन कार्यकर्ताओं को उसमें किस तरह सहयोग करना है इसको लेकर अभी तक उनमें संशय बना हुआ था। वह पूरी तरह से खुलकर नहीं आ रहे थे, लेकिन कल यानी 23 मई को हुई पदाधिकारियों की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री बहन मायावती ने यह पूरी तरह से साफ कर दिया कि कार्यकर्ता और पदाधिकारी गठबंधन के प्रत्याशी को समर्थन करें।
2019 के अभियान पर भी चर्चा
इससे पूर्व बीती दस मई को लखनऊ में बैठक हुई थी। जिसमें भाईचारा कमेटियों के प्रमुख लोगों को बुलाकर कैराना और 2019 के चुनाव के साथ बीजेपी की दलित के घर भोजन करने के अभियान की काट में शुरू करने वाली मुहिम की जानकारी देने की बात कही जा रही है। बीएसपी नेता शमसुद्दीन राइन के अनुसार नूरपुर कैराना उपचुनाव में बसपा गठबंधन के प्रत्याशी को समर्थन देगी। इसके लिए बहन मायावती ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को बैठक में जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं।
Published on:
24 May 2018 05:19 pm
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