कासगंज हिंसा पर बोले भाजपा विधायक- पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों को भेजा जाएगा वहां इंडियन आर्मी के ये अधिकारी कर रहे हैं विजयंत टैंक पर रिसर्च मेरठ अध्ययन विभाग से आर्मी के कई बड़े अधिकारी रिसर्च कर चुके हैं। आर्मी चीफ बिपिन रावत भी इस समय मेरठ काॅलेज के इस विभाग से पीएचडी कर रहे हैं। मास्टर जनरल आफ आॅर्डिनेंस के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राजेंद्र रामा राव मेरठ काॅलेज से विजयंत टैंक पर रिसर्च कर रहे हैं। डाॅ. पांडे ने लेफ्टिनेंट जनरल राजेंद्र से अनुरोध किया है कि वह विजयंत टैंक को मेरठ काॅलेज के वाॅर म्यूजियम के लिए दिलवाने में मदद करें। रक्षा अध्ययन विभाग ने इसके लिए औपचारिकताएं भी पूरी कर दी हैं। डाॅ. एसएच पांडे का कहना है कि मार्च तक विजयंत टैंक हर हालत में मेरठ काॅलेज परिसर में आ जाएगा। यह टैंक स्थायी तौर पर मेरठ काॅलेज की शान बढ़ाएगा।
इस महिला नेता ने दिया भाजपा को धोखा, पार्टी ने निकाला बाहर पुणे विश्वविद्यालय को मिल चुका है पुराना टैंक देश के किसी भी काॅलेज या विश्वविद्यालय को अब तक विजयंत टैंक घरोहर के रूप में नहीं मिला है। कुछ वर्षों पूर्व दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय ने अपने परिसर में इस टैंक को रखने की इच्छा जताई थी, लेकिन सेना ने मना कर दिया था। पुणे विवि को एक टैंक जरूर मिला, लेकिन वह बहुत पुराना है।
गजब: इस तरह पुलिस को चकमा देकर प्रेमी के साथ हिरासत से भाग गई गर्भवती किशोरी 50 किमी की स्पीड और 500 किमी तक मारक क्षमता विजयंत टैंक की स्पीड 50 किमी प्रति घंटा है और इसकी मारक क्षमता 500 किमी तक है। अब यह टैंक भारतीय सेना के इस्तेमाल में नहीं है, लेकिन टैंक अपने स्वर्णिम इतिहास की याद दिलाने के लिए देश के विभिन्न सैन्य छावनियों में रखा जाता है।