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इस जनपद में भीम आर्मी की तरह एक आैर सेना खड़ी करने की थी तैयारी

मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश में पुलिस, उसकी सोशल गतिविधियों पर कड़ी नजर

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मेरठ। सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर जातिवाद का जहर घोलने वाले भीम आर्मी के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद नित नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ग्रुप के सभी सदस्यों की कुंडली खंगाल रही है। पश्चिम उप्र में हिंसा की साजिश नाकाम करने के बाद पुलिस ने ग्रुप से जुड़े सभी 3600 लोगों की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। ये सभी लोग उन 24 ग्रुपों से जुड़े हुए थे, जिसमें दूसरी जाति के नाम पर जहर फैलाया जा रहा था। पुलिस ने संबंधित टेलीकाॅम कंपनियों को नंबर भेजकर उनकी आईडी निकलवायी है। इसके आधार पर दबिश की कार्रवाई की जा सके।

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ग्रुपों से सभी की आर्इडी निकलवायी जा रही

एसपी क्राइम शिवराम का कहना है कि ग्रुपों से जुड़े सभी नंबरों की आईडी निकलवाई जा रही है। असली मास्टरमाइंड हरियाणा के गुरुग्राम का सतपाल तंवर है। वह सोशल मीडिया पर युवाओं को दूसरी जातियों के प्रति भड़काता है। क्राइम ब्रांच की जांच में सामने आया है कि आरोपित सहारनपुर में हुई भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष के भाई की मौत से बेहद आहत था। इसके बाद उसने मेरठ व अन्य जिलों के कुछ युवाओं को हिंसा भड़काने के लिए चुना।

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क्राइम ब्रांच ने पकड़े थे छह आरोपी

बीती शनिवार को क्राइम ब्रांच के एसपी शिवराम यादव और एएसपी सतपाल ने सीओ सदर देहात जितेंद्र की मदद से हस्तिनापुर थानाक्षेत्र के गांव मीवा निवासी राहुल, निडावली निवासी सतवीर, अलीपुर मोरना निवासी रविंद्र, मोदीनगर गाजियाबाद निवासी नितिन, बंटी और ब्रतापुरी निवासी दीपक को दबोचा था। उक्त सभी लोग मेरठ, सहारनपुर और पश्चिम के अन्य जिलों में हिंसा भड़काने के लिए ठाकुर और गुर्जर बिरादरी के बड़े व्यक्ति की हत्या करने की फिराक में थे। क्राइम ब्रांच की 24 घंटे तक हुई जांच में सामने आया है कि गुरुग्राम निवासी सतपाल तंवर इन युवकों के पीछे काम कर रहा था।

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सतपाल की फेसबुक आर्इडी से यह मिला

पुलिस ने सतपाल तंवर की जब फेसबुक आइडी चेक की गई उस पर कई लाइव वीडियो मिले, जिनके जरिए वह जातिवाद का जहर घोल रहा है। युवाओं को एकत्रित होने की बात बोल रहा है। अब पुलिस ने उसे भी नामजद करने की तैयारी कर ली है। बता दें कि सतपाल तंवर ने भीम आर्मी की तरह ही भीम सेना के नाम से संगठन बनाया हुआ है। यह मेरठ और गाजियाबाद में अपना नेटवर्क खड़ा करना चाहता था। जिस तरह से सहारनपुर में भीम आर्मी हैं उसी तरह से मेरठ में भी एक अलग आर्मी खड़ी कर रहा था।