
मेरठ। पीवीवीएनएल के बिजली चोरी के खिलाफ चल रहे अभियान से वेस्ट यूपी के कर्इ जनपदों में बड़े बिजली चोरों के हौंसले पस्त हो रहे हैं। बिजली विभाग के इतिहास में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर बिजली चोरों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। खुद विभागीय अधिकारी भी इस बात को स्वीकार रहे हैं कि इससे पहले कभी बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) के अंतर्गत जनपद मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मुरादाबाद, सम्भल, अमरोहा, रामपुर, बिजनौर जनपदों में विद्युत चोरी पर प्रभावी नियन्त्रण के उद्देश्य से पीवीवीएनएल के एमडी आशुतोष निरंजन ने 'मास रेड अभियान' के निर्देश दे रखे हैं।
सप्ताह में दो बार रेड की जिम्मेदारी
बिजली चोरी रोकने के लिए डिस्काम के समस्त अधीक्षण अभियन्ता (वितरण) को हर हफ्ते दो बार मास रेड कराने की जिम्मेदारी सौंपी गर्इ है। साथ ही कहा गया है कि यदि निर्देशानुसार कार्य नहीं किया तो सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी के विरूद्ध कठोर कार्रवार्इ की जाएगी। मास रेड अभियान के अंतर्गत मंगलवार को मेरठ क्षेत्र में आने वाले कुल 155 बिजली के मीटर चेक किये गये जिसमें 29 प्रकरणों में बड़ी बिजली चोरी पकड़ी गर्इ है। इनके खिलाफ 29 एफआईआर दर्ज करायी गर्इ आैर 29 प्रकरणों में अनियमितता पायी गर्इ।
सर्वाधिक बिजली चोरी सहानपुर में
सहारनपुर क्षेत्र के अंतर्गत 165 बिजली मीटर चेक किये गये। जिसमें 55 के यहां विद्युत चोरी पकड़ी गर्इ। इनके खिलाफ एफआर्इआर आैर शमन शुल्क वसूला गया। वहीं गाजियाबाद क्षेत्र के अंतर्गत 121 मीटर चेक में से 19 में बिजली चोरी पकड़ी गयी। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करार्इ गर्इ। मुरादाबाद क्षेेत्र में कुल 14 मीटर चेक किए गए, इनमें से तीन लोगों के यहां सीधे विद्युत चोरी पकड़ी गर्इ। इनके खिलाफ विभाग की आेर से एफआर्इआर दर्ज करार्इ गर्इ है। एमडी आशुतोष निरंजन ने बताया कि बिजली चोरों के खिलाफ जारी अभियान अभी बंद नहीं होगा। हमारा उद्देश्य बिजली चोरी का प्रतिशत जीरो करना है।
Published on:
05 Sept 2018 05:27 pm
बड़ी खबरें
View Allमेरठ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
