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Monkey pox alert in Meerut: मेरठ में मंकी पॉक्स का अलर्ट, मेडिकल कालेज में बना पांच बेड का वार्ड

Monkey pox alert in Meerut प्रदेश में मंकी पॉक्स को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। मंकी पॉक्स की आहट के बीच मेरठ स्वास्थ्य विभाग में भी संक्रमण से निपटने की तैयारी शुरू की जा चुकी है। मंकी पॉक्स के खतरे को देखते हुए मेरठ के लाला लाजपत रात मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में पांच-पांंच बेड आरक्षित किए गए हैं। इसी के साथ अस्पतालों सहित सीएमओ के अधीन कार्य करने वाले चिकित्सकों का मास्टर ट्रेनरों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण शुरू हो चुका है।

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मेरठ

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Kamta Tripathi

Jul 26, 2022

Monkey pox alert in Meerut: मेरठ में मंकी पॉक्स का अलर्ट,मेडिकल कालेज में बना पांच बेड का वार्ड मंकी पाक्स

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Monkey pox alert in Meerut मंकी पॉक्स के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मेरठ में इससे निपटने की तैयारियां तेज हो गई है। मेरठ में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जा चुका है। जिसमें मास्टर ट्रेनरों को तैयार किया जा रहा है। ये मास्टर ट्रेनरों की ट्रेनिंग के बाद ही मंडलीय, जनपदीय, ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों और नगरीय स्वास्थ्य इकाइयों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सकों और पैरा मेडिकल कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके अलावा सर्विलांस के लिए कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स (एएनएम और आशा) को ब्लॉक स्तरीय चिकित्सालयों और नगरीय स्वास्थ्य इकाइयों के प्रशिक्षित चिकित्सकों की ओर से प्रशिक्षण दिया जाएगा।


मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा0 अशोक तालियान ने बताया कि मंकी पॉक्स एक पशु जनित बीमारी है ये बीमारी दो से चार सप्ताह में ठीक होती है। संक्रमित लोगों की स्क्रीनिंग जरूरी है। इनकी 21 दिन तक निगरानी की जाएगी। पॉक्स रोगी के संपर्क में आने वाली किसी भी सामग्री जैसे बिस्तर आदि के संपर्क में आने से बचें। जिनमें मंकी पॉक्स के लक्षण दिखाई दे उन रोगियों को दूसरों से अलग आइसोलेट रखें। रोगियों की देखभाल करते समय पीपीई किट का उपयोग करें। दूसरों के साथ संपर्क के जोखिम को कम करने के लिए घावों को ज्यादा से ज्यादा ढका जाना चाहिए।

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उन्होंने बताया कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के विषय में तत्काल जिला, राज्य और केंद्रीय सर्विलांस इकाई को सूचित करें। रोगी को घर पर भी आइसोलेशन में रखा जा सकता है और जरूरत पडऩे पर अस्पताल में भी भर्ती कराया जा सकता है। मंकी पॉक्स लक्षण प्रतीत होने पर इनके संपर्क में आए लोगों के नमूने लेकर जांच भी कराएंगे। लक्षण नजर आने, केरल व अन्य प्रभावित देशों की यात्रा करके आने वालों की जांच कराई जा रही है।