8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रमजान को लेकर इमाम ने देशवासियों से की मस्जिद की बजाए घर में इबादत करने की अपील

मदरसा इमदादुल इस्लाम के मौलाना शाहीन जमाली ने कोरोना के बढ़ते कहर को देखते हुए कहा मुस्लिम मस्जिद की बजाय घर में पढ़े कुरान तो हिंंदू मंदिर की जगह घर में करें दुर्गा का पाठ

2 min read
Google source verification

मेरठ

image

lokesh verma

Apr 14, 2021

ramadan-mubarak.jpg

मेरठ. इस बार रमजान मुबारक (Ramadan Mubarak 2021) और नवरात्रि (chaitra navratri 2021) दोनों एक साथ शुरू हुए हैं। ये समय बहुत पाक और पवित्र है। हम उस देश में रहते हैं, जिसमें सभी धर्मों के लोग अपने त्योहार एक साथ मिलकर मनाते हैं। यह कहना है मदरसा इमदादुल इस्लाम के मौलाना शाहीन जमाली का। उन्होंने कहा कि इस समय कोरोना वायरस (Coronavirus) की काली छाया हम देशवासियों पर पड़ रही है। इस काली छाया से बचने के लिए हमको सरकार की और स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन करना चाहिए।

यह भी पढ़ें- Ramadan Mubarak 2021: रमजान मुबारक का हुआ आगाज, ये है रमजान टाइम टेबल 2021

उन्होंने मेरठ समेेत सभी देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि मुस्लिम घर में कुरान पढ़ें और हिंदू घर पर ही रहकर देवी दुर्गा का पाठ' करें। तभी हम इस शैतानी बीमारी कोरोना वायरस से निजात पा सकते हैं। शाहीन जमाली ने कहा कि रमजान महीने के पहले 10 दिन अल्लाह ताला अपने बंदों पर रहमत बरसाते हैं। उन्होंने कहा कि इबादत के दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन करें। हमारे प्यारे हिंदू भाइयों का त्योहार शुरू हो गया है। वहीं दूसरी ओर रमजान मुबारक भी शुरू हो गया है, जो बरकत का महीना है। ऐसी नजीर दुनिया के किसी मुल्क में नहीं मिलती। जहां दो मजहबों का त्योहार एक साथ आता है।

उन्होंने कहा कि एक-दूसरे के दिलों में प्यार रखना ही सच्चा धर्म है। उन्होंने कहा कि 'टूटते-फूटते रहने का चलन मांग लिया, हमने हालात से शीशे के बदन मांग लिया। जब गए लोग खालिके तकदीर के दरवाजे पर दौलत पर गिरे, हमने तो वतन मांग लिया'। ये मुल्क हिंदुस्तान विश्व में सबसे अलग है। उन्होंने कहा कि मस्जिद में नमाज के दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन करना और लोगों को बीमारी के प्रति आगाह करना और खुद भी इससे सावधान रहना यह भी किसी इबादत से कम नहीं है।

यह भी पढ़ें- कोरोना पर करना है कंट्रोल, तो नाइट कर्फ्यू की जगह लाकडाउन पर विचार करे यूपी सरकार