
मेरठ। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान उत्तर प्रदेश में हिंसा फैलाने में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की अहम भूमिका सामने आने पर पीएफआई के खिलाफ शिकंजा कस गया है। प्रदेश में अब तक चार दिनों में पुलिस ने पीएफआई के 108 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनमें पांच तो बेहद सक्रिय हैं। पीएफआई को लेकर मुस्लिम महिला मंच की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शाहीन परवेज ने कहा कि यह बहुत अच्छा हो रहा है। पीएफआई ने अपना संगठन इतना मजबूत बना लिया है कि देश के 22 राज्यों में इन्होंने अपने को मजबूत कर लिया है। इनके खिलाफ सिर्फ मुजफ्फरनगर ही नहीं देश के प्रत्येक गांव में पंचायतें होनी चाहिए। इनका बहिष्कार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पीएफआई 1996 से देश में अपनी जड़े जमा रहा है। बीते 15 साल में इस संगठन ने अपने को देश में काफी मजबूत किया है। ये देशद्रोही संगठन हैं। मैं भारत सरकार से अनुरोध करुंगी इसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे। राज्य सरकारें भी इस देशद्रोही संगठन के खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि इस लोगों के संगठन पर रोक लगाई जाए। ये हमारी मासूम बहनों और युवाओं को बहका रहे हैं। ये लोग पैसा देकर पत्त्थर फिकवा रहे हैं। ये लोग फंडिग कर रहे हैं। हमारी मुस्लिम समुदाय में लोग गरीब बहुत हैं। मासूम बच्चों को यह नहीं पता कि ये लोग किसके ऊपर पत्थर फेंक रहे हैं।
बता दें कि नागरिता सशोधन कानून के विरोध में अलीगढ़, लखनऊ, कानपुर व मेरठ में हिंसा के मामले में पुलिस बेहद सक्रिय है। इस मामले में लखनऊ, कानपुर, सीतापुर, मेरठ, गाजियाबाद व शामली में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सक्रिय सदस्यों की धरपकड़ शुरू की गई। बीते चार दिन में कानपुर समेत 13 जिलों से 108 सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। प्रदेश में 19 और 20 दिसंबर को सीएए के विरोध में हुई हिंसा के मामले में यह काफी बड़ी करवाई है। इससे पहले पुलिस ने पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष वसीम अहमद समेत पीएफआई के 25 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। अभी तक तो पीएफआइ के 108 लोगों को पकड़ा गया है।
Updated on:
04 Feb 2020 03:18 pm
Published on:
04 Feb 2020 03:06 pm
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