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सोना-चांदी नहीं बस इस पशु काे लूटने के लिए डकैती डालता है यह गिरोह, जानकर चौंक गर्इ पुलिस

इस पशु को लूटकर इन लोगों को सौंप देते थे गिरोह के सदस्य

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मेरठ

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Nitin Sharma

Nov 13, 2018

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सोना-चांदी नहीं बस इस पशु काे लूटने के लिए डकैती डालता है यह गिरोह, जानकर चौंक गर्इ पुलिस

मेरठ।उत्तर प्रदेश के पश्चिम जिलों में आने वाले मेरठ में पुलिस ने दस सदस्यों के एक एेसे गिरोह को दबोच लिया है।जो डकैती डालता है।इतना ही नहीं चौंकाने वाली बात यह है कि इस गिरोह के सदस्य डकैती के दौरान घर में रखी सोना-चांदी आैर नगदी नहीं बल्कि घर में मौजूद इस पशु को लूट लेते है। इसके बाद आरोपी इस पशु को कसार्इयों को हवाले कर देते है। गिरफ्त में अाए इस गिरोह की पूरी हकीकत जानकर पुलिस अधिकारी के साथ ही लोग भी चौंक गये। राहत की बात यह है कि पुलिस ने इस गिरोह के बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है।

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पुलिस ने डकैती का खुलासा करते हुए दबोचे गिरोह के बदमाश

पुलिस के अनुसार मुंडाली पुलिस ने अजराड़ा-समयपुर चौराहे से बाइक सवार तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया। आरोपियो की तलाशी लेने पर उनके पास से तमंचा, कारतूस और छुरियां बरामद हुईं। पूछताछ के दौरान बदमाशों ने अपने नाम नफीस, समयदीन और गुलबहार बताए। तीनों आरोपी जानी और भावनपुर क्षेत्र के निवासी हैं। बदमाशों ने बताया कि उनका दस बदमाशों का गिरोह है। इस गिरोह ने ही 31 अक्टूबर को नंगलामल में रिटायर्ड फौजी के घर सहित दो घरों में डकैती डाली थी। इसी के साथ 24 अक्टूबर को रतनपुरी में एक डेरी से 18 भैंस लूटने और 17 अक्टूबर को खजूरी में हुई डकैती की वारदात को भी इन्हीं बदमाशों ने अंजाम दिया था।

डकैती में इस पशु को लूट कर कसार्इ को बेच देते थे बदमाश

पुलिस गिरफ्त में आए बदमाशों ने बताया कि उनके गिरोह में दस लोग है। आरोपी पहले रैकी के बाद गांव व देहात क्षेत्रों में सिर्फ उन्हीं घरों डकैती डालते थे। जहां पर पशु हो। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह लोग अधिकतर भैंस को ही लूटा करते थे। अन्य पशु अगर डकैती के स्थान पर दिखाई देता था। तो उसको छोड़ देते थे। गिरोह लूटी हुई एक भैस की कीमत 50 हजार से 70 हजार रुपये वसूलता था। लूटने के बाद ये लोग भैंस को कसाई को बेंच देते थे।