Highlights- मेरठ के एसपी सिटी का वीडियो वायरल होने के बाद गरमाई सियासत- एसपी सिटी ने कही थी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों को पाक भेजने की बात- प्रियंका ने कहा- भाजपा ने इस कदर सांप्रदायिकता का जहर घोला कि अधिकारियों को भी संविधान की कद्र नहीं
मेरठ. सीएए (CAA) के विरोध में 20 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान (Pakistan) जाने की बात कहना मेरठ के एसपी सिटी (Meerut SP City) अखिलेश नारायण सिंह को भारी पड़ता नजर आ रहा है। इसको लेकर सियासत भी गरमा रही है। कांग्रेस (Congress) महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) एसपी सिटी के बयान को लेकर भाजपा (BJP) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने संस्थाओं में कुछ इस कदर सांप्रदायिकता का जहर घोल दिया है कि अधिकारियों को भी संविधान की कसम की कोई कद्र नहीं है। हालांकि, एसपी सिटी ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि कुछ युवक पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। उस दौरान उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान पसंद है तो वहीं चले जाओ।
मेरठ एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह का वीडियो वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति गर्माती नजर आ रही है। इस वीडियो को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए ट्वीट करते हुए लिखा है कि भारत का संविधान किसी नागरिक के साथ इस प्रकार की भाषा के इस्तेमाल की इजाजत नहीं देता है। उन्होंने आगे लिखा है कि जब अाप अहम पद पर बैठे अधिकारी हैं तो आपकी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। भारतीय जनता पार्टी ने संस्थाओं में इस कदर सांप्रदायिकता का जहर घोल दिया है कि अब अधिकारियों को भी संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं रह गई है।
बता दें कि मेरठ में सीएए के विरोध में 20 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद कुछ युवक काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच मौके पर एडीएम सिटी अजय तिवारी और एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह फोर्स के साथ पहुंच गए। उन्होंने युवकों के पीछे भागते हुए कहा कि जहां जाओगे, चले जाओ। हम ठीक कर देंगे। काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे हो, खाओगे यहां की और गाओगे वहां की। याद रखना, सब याद रहता है। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को लेकर एसपी सिटी अखिलेश सिंह ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले युवकों की पहचान हो रही है। सभी लड़के 18 से 22 साल के थे, जो पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। उस दौरान मैंने कहा था कि पाकिस्तान पसंद है तो वहीं चले जाओ।