
Pulwama Encounter: पिछली बार ड्यूटी पर लौटते समय शहीद अजय ने पत्नी से किया था ये वादा, अापकी आंखें भी हो जाएंगी नम
मेरठ। पुलवामा में आतंकी हमले के बाद सेना की जवाबी कार्रवार्इ में शहीद हुए अजय कुमार आरआर 55 के जवान थे। मेरठ के जानी ब्लाॅक के गांव टीकरी के जवान अजय कुमार ने अपना बलिदान देकर शहीद हुए अपने सीआरपीएफ जवानों की शहादत का बदला ले लिया।
30 जनवरी को ड्यूटी पर लौटे थे
अजय कुमार बीती 30 जनवरी को ड्यूटी पर गए थे। 26 साल के अजय कुमार 2011 में 20 ग्रेनेडियर में नियुक्त हुए थे। कुछ माह पूर्व ही उनका तबादला आरआर 55 में जम्मू-कश्मीर कर दिया था। अजय के गांववासियों के अनुसार उनके परिजनों को सुबह आठ बजे सेना के अधिकारियों का फोन आया था, जिसमें पता चला कि अजय शहीद हो गए है। शहादत की सूचना पर उनकी पत्नी बेहोश हो गई। अजय एक महीने की छुट्टी पर घर आए थे। 30 जनवरी को ही ड्यूटी पर गए थे। जाते समय उन्होंने अपनी पत्नी डिंपल से कहा था कि अबकी बार वह आएगा तो अपने मां वैष्णो देवी के दर्शन करने जाएंगे। डिंपल बेहोश हो गई और उसके मुंह से यहीं निकल रहा था जल्दी आओ, वैष्णो देवी चलना है।
अपने साथियों की शहादत का लिया बदला
बताते चलें बीती 14 फरवरी को पुलवामा में एक आतंकवादी ने सीआरपीएफ के काफिले में 300 किलो विस्फोट से भरी स्कार्पियों घुसा दी थी। इस हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे। इनमें उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक 12 जवान शामिल हैं। पश्चिम उप्र के शामली जिले के दो जवान प्रदीप और अमित कुमार भी हमले में शहीद हुए थे। सोमवार को दो आतंकी कमांडर के मारे जाने के बाद सेना का मानना है कि उसने अपने साथियों की शहादत का बदला ले लिया है। इस सैन्य कार्रवाई में पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड कामरान समेत दो आतंकियों को सेना ने ढेर कर दिया है। टीकरी गांव के शहीद जवान अजय कुमार ने भी सेना के इस आॅपरेशन में भाग लिया था जिसमें उन्होंने वीरगति पाई है। टीकरी स्थित उनके घर आने-जाने वालों का तांता लगा हुआ है। सेना की गाड़ियां भी उनके घर पहुंच गई हैं। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने भी उनके परिजनों से संपर्क किया है।
Published on:
18 Feb 2019 03:16 pm
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