लड़कों को बनाती थीं अपना शिकार
दोनों महिला अपना फर्जी नाम बताकर लड़कों को अपने जाल में फंसाती थीं। महिला सुमैया खुद को शालू शर्मा बताती और युवकों को अपने जाल में फंसाती तो वहीं दूसरी महिला रूहीना खुद को सिमरन बताती थीं। संबंध बनाने के बाद लड़कों से लाखों रुपए की डिमांड की जाती थी और पैसे ना देने पर लड़कों की जिंदगी बदतर कर दी जाती थी और उन्हें रेप केस में फंसाने की धमकी दी जाती थी।
पीड़ित की शिकायत पर पकड़ा गया पूरा गिरोह
दरअसल पुलिस के पास मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र में रहने वाला पीड़ित युवक पहुंचा और पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने जांच की और इस पूरे गिरोह को पकड़ लिया। अब पुलिस ने 2 महिलाओं समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। पीड़ित युवक ने पुलिस को बताया था कि सुमैया खान ने खुद को शालू शर्मा बताया और उसके साथ संबंध बनाया। बाद में महिला ने युवक से लाखों रुपए की मांग की और धमकी दी कि अगर रुपये नहीं दिए गए तो वह उसे रेप के केस में फंसा देगी।
उल्टा पड़ा दांव
जब युवक ने पैसे देने से मना कर दिया तो महिला मेरठ के परतापुर थाने पहुंच गई और रेप की तहरीर दे दी। पर पुलिस के सामने उसका दांव उल्टा पड़ गया और पूरे गिरोह का भंडाफोड़ हो गया पुलिस ने इनके पास से 1कार, 1 मोटर बाइक, 7 मोबाइल और 1 फर्जी आधार कार्ड बरामद किया है।
फिरोज निकला पूरे गिरोह का असली खिलाड़ी
मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम ने बताया, शालू शर्मा नाम की महिला द्वारा एक युवक पर दुष्कर्म का आरोप लगाया गया था। मामले की जांच के दौरान पूरा मामला संदिग्ध नजर आया। पूछताछ में पता चला कि शालू शर्मा नाम की महिला का नाम सुमैया खान है। उसका आधार कार्ड भी फर्जी था। इसके साथ एक महिला भी आई थी। उसने अपना नाम सिमरन बताया था। मगर उसका भी नाम रूहीना निकला। सख्त पूछताछ के दौरान पूरा मामला खुलकर सामने आ गया है। इस गिरोह के 5 सदस्य को भी पकड़ लिया गया है। फिरोज नामक आरोपी इस पूरे गिरोह का असली खिलाड़ी है।