मेरठ। संत रविदास की 643 वीं जयंती पर रविदास समाज ने कंकरखेडा में सवारी निकाली और भंडारे का आयोजन किया। रविदास मंदिर से प्रारंभ हुआ जुलूस नगर के कंकरखेडा के मार्गों से निकला। जुलूस के आगे घोड़ी नाचते हुए चल रही थी। आकर्षित सवारियां जुलूस की अगवानी कर रहे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में समाज के महिला-पुरुष शामिल थे। जुलूस के दौरान समाज के युवा अखाड़ों के करतब दिखाते हुए चल रहे थे। जुलूस का कंकरखेडा के मुख्य बाजारों से निकला इस दौरान उसका जगह-जगह स्वागत किया गया। चैराहे पर दलित समाज के लोगों ने हार-माला से जुलूस का स्वागत किया। जुलूस में संत रविदास एवं मीराबाई की वेशभूषा में रथ में सवार बच्चे आकर्षण का केंद्र रहे। छोटे-छोटे बच्चे संत रविदासजी वेशभूषा एवं बालिकाएं मीराबाई की वेशभूष में रथ पर सवार थी। इस दौरान जुलूस में युवा डीजे पर थिरकते हुए चल रहे थे। जुलूस में समाज के युवाओं ने जगह-जगह अखाड़ों के करतब भी दिखाए। जुलूस कंकरखेड़ा के प्रमुख मार्गों से होता हुआ पुन: मंदिर पहुंचा। जुलूस के समापन पर रविदास मंदिर पर भंडारे का आयोजन किया गया। संत रविदास की महाआरती की गई।