कहते हैं पूत के पांव पलने में ही दिख जाते हैं कुछ ऐसा ही हैं मूल रुप से मेरठ के रहने वाले 16 साल के सौरभ चौधरी। जो बचपन में मेलों में गुब्बारों पर निशाना लगाते थे लेकिन आज निशानेबाजी में रिकॉर्ड बनाते जा रहे हैं। मेरठ के कलीना गांव के रहने वाले सौरभ चोधरी के पिता गांव में ही खेती का काम करते हैं। लेकिन बेटे की लगन और मेहनत ने उन्हे अलग पहचान दे दी है। किसान होते हुए भी उन्होंने बेटे के सपनो को पूरा करने के लिए हर संभव कोशिश की। जिसका नतीजा आज सबके सामने है।
बुधवार को यूथ ओलंपिक के निशानेबाजी में सौरभ चौधरी ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इससे पहले सौरभ चौधरी जूनियर आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता चौधरी 18वें Asian Games में रिकॉर्ड के साथ गोल्ड हासिल करने के साथ ही जूनियर आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता रह चुके हैं।
उन्होंने वर्ष 2015 में शूटिंग की शुरुअात की थी। सौरभ बागपत के बिनौली के वीर शाहमल राइफल क्लब में कोच अमित श्योराणा की देखरेख में अभ्यास करते हैं। मशहूर निशानेबाज जसपाल राणा ने भी उनके हुनर को निखारने में अहम भूमिका निभाई है। 10 मीटर एयर पिस्टल में जलवा बिखेरने वाले सौरभ चौधरी का सपना 2020 ओलंपिक में गोल्ड जीतना है। जिसके लिए वो अब शूटिंग वर्ल्ड कप पर फोकस करेंगे।