
Meerut jam problem : जाम में तपती धूप केे बीच डेढ घंटे बिलखते रहे स्कूली बच्चे, एसी में बैठे रहे जिम्मेदार
Meerut Traffic jam problem ट्रैफिक पुलिस की लचर व्यवस्था का नमूना मेरठ में सोफिया स्कूल के पास देखने को मिला। जब तपती धूप में ट्रैफिक जाम में स्कूली बच्चे करीब डेढ घंटे तक फंसे रहे। जब भूखे प्यासे जाम में फंसे बच्चे काफी देर तक घर नहीं पहुंचे तो परिजन परेशान हुए लेकिन बच्चों का कही पता नहीं था। परिजनों ने स्कूल फोन कर पता किया तब जाकर पता चला कि उनके बच्चे ट्रैफिक जाम में फंसे हुए हैं और ट्रैफिक जाम को खुलवाने की जिम्मेदारी जिन अफसरों पर है वो एसी की ठंडी हवा में आराम कर रहे हैं।
ये हाल है मेरठ के अधिकारियों का। ट्रैफिक जाम खुलवाने के नाम पर या स्कूली छुटटी के दौरान यातायात व्यवस्था दुरूस्त करने की बजाय अधिकारी एसी की ठंडी हवा का मजा लेते हैं। तपती धूप में डेढ़ घंटे तक स्कूली बच्चे सोफिया चौराहे से लेकर माल रोड तक करीब डेढ़ घंटे तक ट्रैफिक जाम में फंसे रहे। इस ट्रैफिक जाम में फंसे बच्चे धूप में बिलबिलाते रहे लेकिन सिस्टम के कान पर उनके चिल्लाने का कोई फायदा नहीं हुआ। हालांकि इस दौरान एक—दो सिपाहियों ने ट्रैफिक जाम में फंसे वाहनों को निकलवाने की कोशिश की लेकिन ट्रैफिक जाम इस कदर भयंकर था कि इसको खुलवाना उनके काबू से बाहर ही रहा।
स्कूली छुटटी के दौरान मेरठ महानगर में ट्रैफिक जाम का मामला कोई एक दिन की बात नही है। यह आमतौर पर प्रतिदिन होता है। लेकिन इसके बाद भी कोई जिम्मेदार अधिकारी इसको संज्ञान में नहीं लेता है। जिस कारण से बच्चों की स्कूली छुटटी के दौरान ये ट्रैफिक जाम और भयंकर रूप धारण कर लेता है। जिसमें स्कूल से छूटे हुए बच्चे घंटों फंसे रहते हैंं।
Published on:
06 Apr 2022 02:23 pm
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