
सोमवती अमावस्या को 110 साल बाद बन रहा ये दुर्लभ योग है पुण्य, इस दिन ये करेंगे तो मिलेंगे चमत्कारी लाभ
मेरठ। चार फरवरी 2019 को सोमवती अमावस्या पड़ रही है। इसको मौनी अमावस्या भी कहते हैं। आचार्य हबीब के अनुसार यूं तो सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या किसी भी मास को क्यों न हो, वह somvati amavasya ही कही जाती है, लेकिन वर्षों बाद ऐसा होता है कि कोई दुर्लभ योग योग भी इस दिन लग रहा है। इस बार 110 साल बाद ऐसा हो रहा है कि एक दुर्लभ योग लग रहा है। यह दुर्लभ योग है महोदय योग। यह योग चार फरवरी सोमवार को 7 बजकर 57 मिनट पर लग रहा है। इस योग में किए गया पुण्य कार्य का बहुत ही लाभकारी परिणाम मिलता है।
आचार्य हबीब के अनुसार वेसे तो प्रति वर्ष 12 अमावस्या होती है। इन प्रत्येक माह में पड़ने वाली अमावस्या का अपना विषेश महत्व होता है। इस माह सोमवती अमावस्या है। सोमवती अमावस्या चार फरवरी को पड़ रही है। इस दिन महोदय योग का संयोग भी बन रहा है। इस योग में गंगा में स्नान और दान-पुण्य का खास महत्व माना जाता है। पूरे जीवन काल में ही इस योग में मनुष्य को दान-पुण्य करने का फल मिलता है। वह मनुष्य बहुत भाग्यशाली माना जाता है जिसको इस योग में दान-पुण्य करने का सौभाग्य प्राप्त होता है। इस योग में Somvati Amavasya के दिन स्नान और पूजा का विशेष महत्व बढ़ जाता है। प्राचीन महत्व के अनुसार सोमवती अमवस्या पर स्नान किया जाता है।
कहा जाता है कि अगर सोमवती अमवस्या सोमवार हो तो ये और भी फलदायक होती है। इस बार सोमवती अमावस्या सोमवार को ही पड़ रही है। वहीं ऐसे दुर्लभ योग के साथ कि दान-पुण्य कर स्वर्ग पाने जैसा लाभ मनुष्य को मिलेगा। हबीब के अनुसार इसके साथ ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा। उन्होंने कहा कि इस योग में अमावस्या काल के समय गंगा के किनारे और मंदिरों में श्रद्धालुओं द्वारा पित्रों की पूजा की जाती है। इस दिन पूजा पाठ करने से पितृ दोष दूर होता है और पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Updated on:
04 Feb 2019 12:54 pm
Published on:
03 Feb 2019 06:28 pm
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