
मेरठ। किसानों के बकाया की मांग को लेकर गन्ना भवन पर सपाइयों ने आज हल्ला बोल दिया। इस दौरान सपाइयों ने गन्ना भवन पर कब्जा कर लिया और अधिकारियों को कार्यालय के भीतर ही अघोषित रूप से बंद कर दिया। सपाई जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह के नेतृत्व में नारेबाजी करते हुए जेल चुंगी स्थिति जिला कार्यालय से गन्ना भवन की ओर रवाना हुए। सपा कार्यकर्ता भाजपा सरकार के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे।
गन्ना भवन पर कब्जा आैर धरना
गन्ना भवन पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं ने भवन परिसर को कब्जा लिया और धरना देकर बैठ गए। सपा के जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह ने कहा कि मंडल एवं जनपद की लगभग सभी चीनी मिलों ने किसानों के हजारों करोड़ रूपये दबाए हुए है। प्रशासन और शासन की मिलीभगत होनेे के कारण मिल मालिक के विरूद्व कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। सर्वाधिक किसानों का पैसा दबाने वाली मिलें हैं मवाना, किनौनी और नंगलामल।
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खुद भाजपा आैर उच्च वर्ग का हो रहा फायदा
पूर्व विधायक और मंत्री शाहिद मंजूर ने कहा कि गन्ना पिराई करने वाले कोल्हू मालिकों द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है। वे किसानों का गन्ना लूट रहे हैं। किसानों का सात हजार करोड़ रूपया मिलों पर बकाया है। खासतौर पर निजी क्षेत्र की चीनी मिलों के विरूद्व प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। भाजपा के पदाधिकारी और उनके जनप्रतिनिधि भी किसानों के लिए कुछ नहीं कर रहे। इससे प्रतीत होता है कि मिल मालिकों की भाजपा नेताओं के साथ सांठगांठ हैं। उन्होंने कहा कि गन्ना सर्वे के नाम पर सरकार किसानों का शपथ पत्र और घोषणा पत्र की अनिवार्यता के नाम पर किसानों को परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि यह तत्काल समाप्त होना चाहिए। सपाइयों ने मांग की गन्ने का सर्वें जुलाई तक हर हाल में पूरा हो जाना चाहिए। प्रदर्शन कर रहे सपाइयों ने मौके पर अधिकारियों के पहुंचने की मांग को रखा। सपाइयों का कहना था कि भाजपा सरकार में दो वर्ग इस समय लाभ में हैं पहला है उच्च व्यापारी वर्ग और दूसरा है खुद भाजपा के अपने कार्पोरेट घराने के लोग। गरीब आज गरीब होता जा रहा है और अमीर आज अमीर होता जा रहा है।
Published on:
07 May 2018 06:29 pm
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