
यूपी के इस शहर में दो मंजिल से ऊपर इमारत बनाने पर लगी रोक
मेरठ। ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी, गाजियाबाद में निर्माणाधीन पांच मंजिला इमारत गिरने के बाद से शहर के लोग डरे हुए हैं। दरअसल, यहां कर्इ बहुमंजिला इमारतें बन रही हैं आैर बरसात का मौसम भी है। इसी को देखते हुए मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) ने अपने अफसरों को सचेत किया है। प्रवर्तन के अधिकारियों व इंजीनियरों को निर्देश दिए गए हैं कि बरसात के मौसम में शहर में जितनी भी दाे मंजिल से उपर (वैध या अवैध दोनों) जितनी इमारतें बन रही हैं, उन्हें तत्काल रोकें, ताकि बारिश के मौसम में निर्माण के दौरान हादसे से बचा जा सके। साथ ही अवैध रूप से बन रहीं बहुमंजिला इमारतों की जांच करके आगे तक के लिए रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
जेर्इ आैर जोनल अधिकारियों को जांच के निर्देश
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गाजियाबाद में निर्माणाधीन इमारत के गिरने के बाद तुरंत अवैध निर्माणों पर प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद रविवार देर शाम एमडीए वीसी ने बरसात को देखते हुए वैध हो या अवैध, बहुमंजिला भवनों और बेसमेंट आदि के निर्माणों पर तत्काल रोक लगाते हुए निर्माणाधीन बेसमेंट और अवैध निर्माधाीन इमारतों की जांच के निर्देश दिए हैं। एमडीए वीसी ने रात में ही अपने कैंप कार्यालय में अधिकारियों की बैठक बुलाई और सभी जोनल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने इलाकों में अवैध निर्माणों को तत्काल सील करें और बरसात को देखते हुए चाहे वे वैध हों या अवैध, बहुमंजिला भवनों व बेसमेंट के निर्माण कार्यों को तुरंत रोकें। एमडीए सचिव और जनसंपर्क प्रभारी राजकुमार के अनुसार सभी जोनल अधिकारियों को अवैध निर्माणों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जेई को आदेश दिए हैं कि वह अपने क्षेत्र में हो रहे निर्माणों की तुरंत जांच करें।
एेसा पाया गया तो सख्त कार्रवार्इ होगी
एमडीए सचिव ने प्रवर्तन के अवर अभियंताओं से लेकर जोनल अधिकारियों तक एक पत्र जारी करते हुए स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि यदि कहीं भी इस तरह का कार्य उनके संज्ञान में आता है तो इंजीनियरों के खिलाफ सख्त कार्रवार्इ अमल में लाई जाएगी। एमडीए सचिव का कहना है कि कहीं भी शहर में ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद जैसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सचेत रहने की जरूरत है और मानकों के अनुरूप निर्माण कार्य हो। सचिव ने निर्देश देते हुए कहा कि गड्ढों व अन्य खुदाई भी मानकों के अनुरूप हो, क्योंकि बरसात के समय में खुदाई की लापरवाही से बड़ा हादसा होने का डर बना रहता है।
शहर में करीब 700 बहुमंजिला इमारतें
एमडीए की मानें तो शहर आैर इसकी सीमा में करीब 350 अवैध कालोनियां हैं। इसके अलावा शहर में चार मंजिल से ज्यादा करीब 700 इमारतें हैं। इनमें करीब 200 इमारतें ही एमडीए के पास दर्ज हैं। निर्माणाधीन दो मंजिला से ज्यादा की इमारतों पर एमडीए के अफसर किस तरह की कार्रवार्इ करेंगी, इस पर रणनीति तैयार कर रहेे हैं। एमडीए सचिव राजकुमार का कहना है कि कहीं भी शहर में ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद जैसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सचेत रहने की जरूरत है और मानकों के अनुरूप निर्माण कार्य करवाया जाएगा आैर बरसात के दिनों में दो मंजिला से ज्यादा इमारतों के निर्माणों पर राेक लगवार्इ जाएगी।
Published on:
23 Jul 2018 12:02 pm
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