
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएट की मुख्य परीक्षा शुरू हो गई। नकल रोकने के शासन के सख्त निर्देशों के चलते कर्इ कालेजों में जूते-मोजे पहने पहुंचे छात्रों को प्रवेश नहीं दिया गया। गेट पर जूते उतरवाने के बाद छात्रों को नंगे पैर कक्षा में परीक्षा देनी पड़ी। साथ ही कालेज के सचल दस्तों ने कालेज का निरीक्षण करके छात्र-छात्राआें पर कड़ी निगरानी रखी। कुछ कालेजों में एक दिन पहले ही बता दिया गया था कि परीक्षा में जूते-मोजे पहनकर मत आना। विश्वविद्यालय के नौ जनपदों में परीक्षाएं शुरू हुर्इ हैं। पहले दिन फाउंडेशन कोर्स की परीक्षा में मेरठ और सहारनपुर मंडल से करीब एक लाख छात्र-छात्राएं सम्मिलित हुए।
मोबाइल-हेलमेट के लिए पेड काउंटर
डीएन कालेज में परीक्षार्थियों को एक दिन पहले ही जूता और मोजा पहनकर न आने के लिए कहा गया था, लेकिन बहुत से छात्र- छात्राएं जूते पहनकर पहुंचे तो उनके जूते को बाहर निकालकर प्रवेश दिया गया। परीक्षार्थियों को नंगे पैर परीक्षा में सम्मिलित होना पड़ा। मेरठ कालेज में बहुत से छात्र मोबाइल लेकर पहुंचे तो उनके मोबाइल बाहर रखे गए। मोबाइल रखने के लिए कालेज में एक पेड काउंटर भी बना दिया गया था। जहां हेलमेट और मोबाइल जमा करने के पांच-पांच रुपये छात्रों से लिए गए। इस्माईल और कनोहर लाल गर्ल्स डिग्री कालेज ने भी छात्राओं को जूते की जगह चप्पल पहनकर परीक्षा के दौरान आने को कहा गया।
Published on:
14 Mar 2018 01:04 pm
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