
मेरठ। मेरठ जनपद में स्वाइन फ्लू का कहर जारी है। पिछले 24 घंटों में चिकित्सक व बच्चे समेत छह लोगों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इस तरह अब तक इस साल 77 लोगों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। अभी तक 12 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इनमें नौ मेरठ जनपद के और बाकी अन्य जनपदों के मरीज हैं। इसी बीच, छठी वाहिनी पीएसी के 482 जवानों को कैंपस से नहीं निकलने की सलाह दी गई है। इन्हें टेमीफ्लू की दवा दी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम मोदीपुरम स्थित छठी वाहिनी पीएसी पहुंची और यहां टीम ने पीएसी के 482 जवानों को स्वाइन फ्लू के अंदेशे में टेमी फ्लू की दवा दी है। इन्हें कैंपस से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई है, ताकि स्वाइन फ्लू नहीं फैले। इन्हें यहां पांच दिन तक टेमी फ्लू दवा दी जाएगी। इसके साथ-साथ शनिवार की शाम को संचारी निदेशालय लखनऊ की तीन सदस्यीय टीम मेरठ पहुंची। टीम ने आते ही मेडिकल कालेज के स्वाइन फ्लू वार्ड का निरीक्षण किया और मरीजों की स्थिति की पड़ताल की और चिकित्सकों से बातचीत की। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि स्वाइन फ्लू के भर्ती पीएसी के 17 जवानों समेत इस वार्ड में भर्ती मरीजों की स्थिति में सुधार है, इन पर खास निगरानी रखी जा रही है।
पिछले 24 घंटे में स्वाइन फ्लू से पीडि़त छह नए मरीजों की पुष्टि हुई है। मेडिकल कालेज की माइक्रोबायलॉजी लैब में आए 16 सेंपलों की जांच की गई। इनमें छह को एच1एन1 वायरस पॉजिटिव मिला है। नए मरीजों में मेडिकल कालेज के सर्जरी विभाग के एक रेजीडेंट डॉक्टर, खरखौदा का एक बच्चा, सिविल लाइन क्षेत्र के बुजुर्ग, मवाना की महिला और सिखैड़ा के दो दो लोगों को स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। चिकित्सकों के मुताबिक बारिश में भीगने या मौसम में ठंडापन होने से सावधानी की जरूरत है। नजला-जुकाम, गले में इंफेक्शन और बुखार होने से तुरंत चिकित्सक को दिखाएं, ताकि स्वाइन फ्लू की जल्दी पहचान करके इसका उपचार किया जा सके।
Published on:
01 Mar 2020 11:10 am
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