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शिक्षकों ने कहा- किसी भी हालत में नहीं स्वीकार ‘प्रेरणा’, मांगें नहीं मांगी तो करेंगे बड़ा आंदोलन, देखें वीडियो

Highlights प्रेरणा ऐप के विरोध में रोजाना तीन घंटे का धरना हजारों शिक्षकों ने की पुरानी पेंशन बहाली की मांग शिक्षकों और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का धरना      

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मेरठ। मेरठ के चौधरी चरण सिंह पार्क में शिक्षकों और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने धरना दिया। उप्र शिक्षक महासंघ के बैनर तले राकेश कुमार के नेतृत्व में सभी ने एक सुर में कहा कि शिक्षकों की मांगों को लेकर पूर्ण होने तक आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन का प्रथम चरण है। शिक्षकों की मांगें पूर्ण नहीं होतीं तो आंदोलन तेज होगा।

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शिक्षकों की प्रेरणा ऐप प्रणाली के परिषदीय विद्यालयों में लागू करने पर तत्काल रोक लगाई जाने सहित 12 मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। प्राथमिक शिक्षक संघ के महानगर अध्यक्ष मधुसूदन कौशिक ने कहा कि अध्यापकों की सेल्फी के माध्यम से उपस्थिति अध्यापकों की प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ करने के समान है। उन्होंने कहा कि इतने सारे कार्यों के साथ अध्यापक कई-कई बार सेल्फी ही अपलोड करते रहेंगे तो पढ़ाएंगे कब। शिक्षकों ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाए, एक ही परिसर में स्थित एक से अधिक प्राथमिक अथवा उच्च प्राथमिक विद्यालयों के संविलयन पर रोक लगाई जाए। 12 सूत्रीय मांगों के निस्तारण को लेकर शिक्षकों ने धरना-प्रदर्शन किया।

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वहीं खंड शिक्षा अधिकारियों और डीसी ने प्रेरणा ऐप का इस्तेमाल शुरु कर दिया है। खंड शिक्षा अधिकारियों और डीसी ने स्कूलों का निरीक्षण का प्रेरणा ऐप पर अपलोड करना शुरू कर दिया है। नगर शिक्षा अधिकारी ने बताया कि उन्होंने अब तक चार स्कूलों का निरीक्षण कर सभी जानकारी प्रेरणा एेप पर अपलोड कर दी है। इस दौरान धरनारत शिक्षकों ने बताया कि आने वाली 10 अक्टूबर को शिक्षक संघ लखनऊ में मशाल जुलूस निकालेगा। इसके साथ ही 21 अक्टूबर को ईको पार्क लखनऊ में विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा।