Chandra Grahan Kartik Purnima 2022 आज साल का अंतिम चंद्रग्रहण लग रहा है। चंद्रग्रहण का सूतक लग गया है। सूतक लगते ही आज मेरठ के सभी प्रमुख मंदिरों के कपाट बंद हो गए। मेरठ के प्रमुख मंदिर औघडनाथ,सदर विल्वेश्वर महादेव मंदिर,राजराजेश्वरी मंदिर,गोल मंदिर के कपाट आज सुबह पूजा—पाठ के बाद आठ बजे बंद कर दिए गए। बता दें कि आज कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाला चंद्रग्रहण साल का आखिरी ग्रहण हैं। साल का आखिरी चंद्रग्रहण आज मेरठ सहित पूरे देश में दिखाई देगा।
Chandra Grahan Kartik Purnima 2022 मेरठ सहित पूरे देश में आज साल का अंतिम चंद्रग्रहण लग रहा है। कार्तिक पूर्णिमा पर आज 2:39 से चंद्रग्रहण की छाया रहेगी। यह चंद्रग्रहण आज पूरा साफ दिखाई देगा। चंद्रग्रहण के कारण मेरठ सहित पूरे पश्चिमी यूपी में मंदिरों के कपाट बंद हो गए हैं। मेरठ में चंद्र ग्रहण से पहले ही मंदिरों के कपाट बंद कर पूजा पाठ पर रोक लगा दी गई। आज चंद्र ग्रहण से पहले आज सुबह 9 घंटे पहले सूतक काल प्रारंभ हो गया। जिसके चलते चंद्र ग्रहण पूरा होने के बाद ही मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। लोगों ने चंद्र ग्रहण से पहले खाद्य पदार्थों में तुलसी पत्ते डाल दिए हैं।
ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक चंद्रग्रहण में सूतक काल में कोई शुभ काम नहीं होता है। इसलिए मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। इसी के साथ सूतक काल के समय किसी प्रकार के कोई शुभ कार्य नहीं होते हैं। आज चंद्रग्रहण दिन में 2:39 से शुरू होकर 6:00 बजे तक होगा। चंद्रग्रहण खत्म होने के बाद मंदिरों के कपाट खोले जाएंगे। मंदिरों के खोलेे जाने के बाद इसकी साफ-सफाई करने के बाद पूजा-अर्चना की जाएगी।
ज्योतिषाचार्यों की माने तो किसी भी ग्रहण के समय खाद्य पदार्थ दूषित हो जाता है। इसी को बचाने के लिए खाद्य पदार्थों में तुलसी पत्ते डाले जाते हैं। इसी के साथ गर्भवती महिलाओं को बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। चंद्र ग्रहण के समय आने वाले किरणें गर्भवती महिलाओं के हानिकारण होती हैं। इसके अलावा चंद्र ग्रहण के समय धारदार चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।