
मेरठ। तेल के खेल में हुई कानूनी कार्रवाई को लेकर मेरठ व्यापार संघ में खलबली मच गई है। प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई के विरोध में व्यापारियों के कई संगठन खुलकर पुलिस और प्रशासन के विरोध में आ गए हैं। इनमें स्कूल संचालक भी शामिल हो गए है। वही स्कूल संचालक जिनको स्कूल के बसों के परमिट के लिए सरकार से आदेश मिले थे। कुछ दिन पूर्व स्कूल संचालकों ने भी दो दिन के लिए स्कूल बसों को बंद कर दिया था। अब तेल माफिया के बचाव में स्कूल संचालक और संयुक्त व्यापार संघ पुलिस-प्रशासन के विरोध में उतर आए हैं।
इस संबंध में प्रेस कांफ्रेंस में संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता और महामंत्री अरूण वशिष्ठ दोनों ने भाग लिया। हालांकि दोनों में व्यापार संघ चुनाव को लेकर आपसी खींचतान चल रही है, लेकिन तेल माफिया को बचाने के लिए दोनों एक साथ एक मंच पर दिखाई दिए। अध्यक्ष नवीन गुप्ता ने पुलिस-प्रशासन पर गैरकानूनी रूप से छापेमारी करने का आरोप लगाया। साथ ही यह भी कहा कि पुलिस-प्रशासन की पूरी कार्रवाई वैधानिक दृष्टि से अनुचित है। उन्होंने राष्ट्रपति के नाम भेजा गया ज्ञापन भी मीडियो दिया, जिसमें 12 बिदुओं पर तेल माफिया बचाव करते हुए व्यापार संघ की ओर से सफाई दी गई है।
इसमें कहा गया है कि कुछ अधिकारी और वर्ग विशेष के लोग बिना किसी विधिक और निष्पक्ष जांच के व्यापारियों को चोर बता रहे हैं। व्यापारियों का अनुचित उत्पीड़न किया जा रहा है। ऐसे अधिकारियों और वर्ग विशेष के खिलाफ क्यों न प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन चलाया जाए। व्यापारियों ने इस पूरे प्रकरण की जांच किसी निष्पक्ष जांच एजेंसी से कराने की मांग की है। व्यापारियों ने इस दौरान प्रदेश व्यापी आंदोलन चलाने की भी धमकी दी।
Published on:
15 Sept 2019 12:07 pm
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