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Festive season : 20 सितंबर से शुरू हो रहे त्योहारी सीजन में लक्ष्मी होगी मेहरबान, ऐसे उभरेगा मंदी से बाजार

Patrika Ecclusive, Festive season starting from 20 September व्यापारियों और अर्थशास्त्र के जानकारों का मानना है कि आने वाले त्योहारी सीजन में इस बार मैन्यूफैक्चरिग में अच्छी बढ़ोतरी होगी। पिछले कुछ महीनों से औद्योगिक जिंसों की कीमतें कम हुई हैं। माना जा रहा है कि त्योहारी सीजन में उपभोक्ता मांग में इजाफा होगा। उम्मीद है कि इससे ग्रामीण और शहरी दोनों जगहों पर उपभोक्ता की खपत में बढ़ोतरी होगी।

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मेरठ

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Kamta Tripathi

Sep 13, 2022

Festive season starting from 20 September : 20 सितंबर से शुरू हो रहे त्योहारी सीजन में दो साल की मंदी से उभरेगा बाजार

Festive season starting from 20 September : 20 सितंबर से शुरू हो रहे त्योहारी सीजन में दो साल की मंदी से उभरेगा बाजार

festive season starting from 20 September पिछले दो साल से कोरोना संक्रमण के चलते इसका असर त्यौहार और बाजारों पर बुरी तरह से पड़ा है। आज भी मंदी की मार से बाजार उभर नहीं पाए हैं। लेकिन इस बार त्यौहारी सीजन में बाजार अच्छा होने की उम्मीद है। सीसीएसयू के अर्थशास्त्र विभाग के डा0 एसके वर्मा ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में मैन्यूफैक्चरिंग इकाइयों के उत्पादन और नए ऑर्डर में इजाफा होगा। मैन्यूफैक्चरिंग और कैपिटल गुड्स में गत तीन महीनों से दहाई अंक में बढ़ोतरी मैन्यूफैक्चरिंग में तेजी के संकेत दे रही है। उन्होंने बताया कि 20 सितंबर से त्योहारी सीजन शुरू हो रहा है जो साल के आखिर तक बना रहेगा।


देश में मानसून ने की किसानों की मदद
देश में दक्षिण पश्चिम मानसून के कारण खरीफ बुवाई को मदद मिल रही है और न्यूनतम समर्थन मूल्य के बढ़ने से ग्रामीण मांग में बढ़ोतरी संभव है। मंत्रालय के अनुसार संपर्क से चलने वाले सेक्टर से लोग परहेज नहीं कर रहे हैं और खुलकर सैर-सपाटे के साथ होटल व रेस्टोरेंट जा रहे हैं। इससे शहरी इलाकों की खपत में बढ़ोतरी होने की संभावना है। मंत्रालय के अनुसार टूरिज्म, होटल जैसे उद्योग एक बार फिर से कोरोना काल से पूर्व की स्थिति में पहुंचने की स्थिति में आ रहे हैं। पिछले दो महीने में सेवा सेक्टर के परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स में बढ़ोतरी हो रही है। इस साल फरवरी माह के अंत में रूस यूक्रेन युद्ध शुरू होने से तांबा,स्टील, जिंक, एल्युमीनियम,चांदी जैसे औद्योगिक जिंसों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई। लेकिन जून के बाद से इन जिंसों के भाव में गिरावट हो रही है। कच्चे तेल के वैश्विक दाम लगातार कम हो रहे है।


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कीमतों के नहीं बढ़ने से मैन्यूफैक्चरिंग में होगा निवेश
औद्योगिक निर्माताओं के अनुसार वे त्योहारी सीजन में अपनी पूरी क्षमता से मैन्यूफैक्चरिंग करेंगे। उनकी लागत कम हो गई है। लागत कम होने से मार्जिन प्रभावित नहीं होगा। कंज्यूमर ड्यूरेबल और रिटेल कारोबारियों के अनुसार लागत कम होने से वस्तुओं की कीमतें नहीं बढ़ेंगी और कुछ वस्तुओं पर उपभोक्ताओं को राहत मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि दूसरी ओर सरकार अर्थव्यवस्था में लगातार निवेश कर रही है। पूंजीगत व्यय के रूप में पहली तिमाही में 1.75 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं और इससे अर्थव्यवस्था में नई मांग निकलेंगी।