
मेरठ। आमतौर पर ट्रैफिक के नियमों का पालन करते न तो पुलिसकर्मियों को देखा जाता है और न उनके परिजनों को। अपने वाहन पर पुलिस का निशान बनाकर ये लोग शान से सड़क पर ट्रैफिक के नियमों का रौंदते हुए रफ्तार भरते दिखाई दे जाते हैं। अगर कहीं पर चेकिंग भी हो रही हो तो वहां से बड़ी शान से बेरोकटोक अपने वाहन को निकाल लेते हैं। चेकिंग करने वाला दस्ता भी महकमें का अपनापन निभाते हुए ऐसे वाहन चालकों को कुछ नहीं कहता, लेकिन मेरठ में ट्रैफिक पुलिस ने यह अपनापन ताक पर रख दिया। बुधवार को जब ट्रैफिक पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही थी तो इस दौरान खुद अपने ही महकमे के 42 लोगों के चालान काट डाले।
एक दिन में काटे 280 चालान
ट्रैफिक पुलिस के चले बड़े अभियान के दौरान कुल 280 चालान काटे गए। शासन के निर्देश पर एक पखवाड़े के इस अभियान को चलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस का अमला पूरे-दलबल के साथ सड़क पर उतरा। जिन पुलिसकर्मियें के चालान काटे उनमें सर्वाधिक उनके थे जो बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चला रहे थे। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार जिन पुलिसकर्मियों के चालान काटे गए उनमें एसएसपी कार्यालय में तैनात एक दरोगा, सिविल लाइन थाने का सिपाही सहित अन्य 42 पुलिसकर्मी शामिल हैं।
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चालान कटता देख सिपाही उतर आया अभद्रता पर
जिस समय टीएसआई डीडी दीक्षित चालान काट रहे थे उस दौरान सिविल लाइन थाने के एक सिपाही को बिना हेलमेट के रोक लिया। जिस पर सिपाही ने रौब गालिब करते हुए कहा कि स्टाफ है सिविल लाइन थाने का। इस पर टीएसआई ने कहा कि आपके पास हेलमेट नहीं है। स्टाफ को हेलमेट पहनना मना तो नहीं है। सिपाही चालान न काटने के लिए गिड़गिड़ाता रहा और टीएसआई ने चालान काटकर सिपाही के हाथ पर रख दिया।
एसपी ट्रैफिक ने कहा
एसपी ट्रैफिक संजीव वाजपेयी ने कहा कि ट्रैफिक नियम सब के लिए बराबर है। शासन के निर्देश पर 15 दिन का अभियान है। जो भी नियमों की अनदेखी करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी, चालान कटेगा। इसमें चाहे कोई भी हो।
Published on:
10 May 2018 12:54 pm
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