
मेरठ। मेरठ से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने एक बार फिर पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कोर्ट में गवाही देने से रोकने के लिए दो बहनों का अपहरण कर लिया गया। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने फोर्स के साथ तलाशी शुरू की लेकिन अभी तक आरोपी पुलिस की पहुंच से दूर हैं। वहीं मामला अलग-अलग समुदाय से जुड़ा है जिसकी वजह से इलाके में तनाव का माहौल है।
दरअसल घटना झिंझाडपुर गांव की है जहां एक कोल्हू मे काम करने वाले एक मजदूर की नाबालिग बेटियों को कुछ दबंगों ने एक साल पहले अगवा कर लिया था। जिसके बाद परिजनों ने मामला दर्ज कराया जिसमें मुख्य आरोपी परविंदर अभी तक जेल में है, जबकि नामजद परविंदर की भाभी ज्योति जमानत पर रिहा चल रही है। लेकिन इश केस में 17 मई यानी आज पीड़िता को कोर्ट में गवाही के लिए पेश होना था। लेकिन दोनों बहने गवाही के लिए कोर्ट पहुंचती उससे एक दिन पहले ही करीब सुबह पांच बजे के आस-पास पांच लोग हथियारों के बल पर पीड़िता और उसकी छोटी बहन को अगवा करके दिनदहाड़े गाड़ी में उठा ले गए।
दोनों बेटियों के अपरण के बाद पिता ने आनन-फानन में 100 नंबर डायल कर पुलिस को सूचना दी साथ ही पांच लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया। वहीं लड़कियों के पिता का कहना है कि एक आरोपी ने मुकदमा वापस नहीं लेने पर अपरण कर बालिका की हत्या करने की चेतावनी दी है। इस बाबत स्थानीय पुलिस को अवगत करा दिया गया है। सूचना के बाद पुलिस ने भारी फोर्स के साथ इलाके में दबिश दी, लेकिन कोई आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया।
मामला अलग-अलग संप्रदाय से जुड़ा होने के कारण क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है। थाना अध्यक्ष जनक सिंह चौहान का कहना है कि गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। शीघ्र ही लड़कियों को बरामद कर लिया जाएगा।
Published on:
17 May 2018 10:34 am
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