
बड़ी खबरः पुलिस सिपाही आैर पीएसी आरक्षी भर्ती 2018 की दोबारा होने वाली लिखित परीक्षा के सेंटर बदले गए, सरकारी शिक्षकों ने दे रखी है ये चेतावनी
मेरठ। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्राेन्नति बोर्ड लखनऊ पुलिस सिपाही आैर आरक्षी पीएसी भर्ती के लिए लिखित परीक्षा की नर्इ तारीखें घोषित करके दोबारा परीक्षाएं तो आयोजित करवा रहा है, लेकिन इसमें मुश्किलें भी कम नहीं आ रही। दरअसल, प्रदेशभर में 25 व 26 अक्टूबर 2018 को विभिन्न सेंटरों में होने वाली लिखित परीक्षा में शिक्षकों की हड़ताल सामने आ रही है। भर्ती परीक्षा के दौरान शिक्षकों ने हड़ताल रखने की चेतावनी दे रखी है। इसी के मद्देनजर भर्ती परीक्षा के लिए निर्धारित परीक्षा सेंटरों को बदल दिया गया है। अब सरकारी स्कूलों आैर कालेजों में ये सेंटर नहीं होंगे। इससे पहले यह परीक्षा इसी साल 18 व 19 जून को प्रदेशभर में आयोजित की गर्इ थी, लेकिन 19 जून को दूसरी पाली में परीक्षा रद्द किए जाने के बाद इस लिखित परीक्षा को दोबारा कराने का निर्णय लिया गया।
25 व 26 अक्टूबर परीक्षा के सेंटर बदले
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्राेन्नति बोर्ड लखनऊ की आेर से जिला आैर पुलिस प्रशासन के पास पत्र आया है। इसमें आशंका जतार्इ गर्इ है कि 25 व 26 अक्टूबर को प्रदेश के विभिन्न सेंटरों पर होने वाली भर्ती लिखित परीक्षा के दौरान सरकारी शिक्षक हड़ताल पर रह सकते हैं, इसलिए परीक्षा सेंटरों को बदला जाए। जिला प्रशासन की आेर से अब निजी संस्थानों को परीक्षा केंद्र बनाकर 25 व 26 अक्टूबर को पुलिस सिपाही आैर आरक्षी पीएसी की लिखित परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है। एसपी ट्रैफिक संजीव वाजपेयी के मुताबिक पुलिस सिपाही आैर पीएसी आरक्षी पदों पर सीधी भर्ती 2018 के अंतर्गत 18 व 19 जून को द्वितीय पाली की आफलाइन लिखित परीक्षा पुनः 25 व 26 अक्टूबर को होगी। सरकारी शिक्षकों की हड़ताल का कार्यक्रम बताया गया है। इसके बाद सरकारी स्कूूलों व कालेजों से सेंटर बदलकर निजी संस्थानों में निर्धारित किए गए हैं।
पहले इसलिए रद्द कर दी गर्इ थी परीक्षा
भर्ती बोर्ड के अनुसार जांच में पता चला कि इलाहाबाद जिले के परीक्षा केंद्र गुरु माधव प्रसाद शुक्ला इंटर कालेज में 18 जून को पहली पाली में दूसरी पाली की पेटी खोलकर और द्वितीय पाली में प्रथम पाली की पेटी खोलकर प्रश्नपत्र बांट दिए गए थे। इसी तरह 19 जून को एटा के श्री पीपीएस कालेज में पहली पाली में दूसरी पाली और दूसरी पाली में पहली पाली का प्रश्नपत्र बांट दिया गया। यह सूचना मिलने पर बोर्ड में नियुक्त अनु सचिव भर्ती-तृतीय ने भी इसकी जांच की तो इस लापरवाही की पुष्टि हुई। बोर्ड ने सभी पहलुओं का संज्ञान लिया तो ऐसा कोई तथ्य स्पष्ट रूप से सामने नहीं आया कि किसी परीक्षार्थी को इसके फायदा पहुंचा होगा। 18 व 19 जून को दूसरी पाली में प्रदेश के सभी 860 केंद्रों पर हुई परीक्षा को निरस्त करते हुए दोबारा परीक्षा कराए जाने का फैसला किया गया।
Published on:
19 Oct 2018 11:41 am
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