10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

UP पुलिस का ऐसा क्रूर चेहरा आया सामने, जिसे देखकर कांप जाएगी रूह

4 साल की बच्ची के हाथ पर डंडा मारकर हाथ तोड़ने का लगा आरोप

2 min read
Google source verification

मेरठ

image

Iftekhar Ahmed

Jul 11, 2018

UP police

UP पुलिस का ऐसा क्रूर चेहरा आया सामने, जिसे देखकर कांप जाएगी रूह

मेरठ. गाजियाबाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। पीड़ितों के मुताबिक यहां पुलिस ने जमकर गुंडई करते हुए एक घर में तोड़फोड़ की औऱ एक युवक को छत से धक्का देकर गिरा दिया। इस हादसे में युवक के दोनों पर टूट गए। इसके अलावा पुलिस पर जो दूसरा आरोप लगा है, वह बहुत ही संगीन है। पुलिस पर एक 4 साल की बच्ची के हाथ पर डंडा मारकर हाथ तोड़ने का भी आरोप है। इस घटना से गुस्साए क्षेत्रीय लोगों ने बुधवार को घायलों को लेकर एसएसपी ऑफिस पर जमकर हंगामा किया। इसके बाद एसपी क्राइम ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दे दिए।

यह भी पढ़ेंः मुन्ना बजरंगी केस में बड़ा खुलासाः इस शख्स ने जेल में पहुंचाई थी पिस्टल

दरअसल, मेरठ के नौचन्दी थाना क्षेत्र के ज़ैदी फार्म में तीन दिन पहले गाज़ियाबाद पुलिस और नौचन्दी पुलिस ने लूट के आरोप में एक घर मे दबिश दी थी। वहीं, इस मामले में पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने मामले में स्टेय ले रखा है। इसके बाद भी पुलिस उन से लागतार पेसों की डिमांड कर रही थी, जब उन्होंने पैसे नही दिए तो उन्होंने घर में दबिश दी और जमकर उत्पात मचाया।

यह भी पढ़ें- यहां भी लिंचिंग के आरोपियों को मिली जमानत, धमकी के बाद मुस्लिम परिवारों ने गांव से किया प्लायन

पीड़ितों का आरोप है कि इस दौरान पुलिस वालों ने घर पर मौजूद महिलाओं से अभद्र व्यहवार किया। वहीं, गर में मौजूद एक युवक पर पुलिस ने फायरिंग भी की, लेकिन वह बाल-बाल बच गया। इसके बाद उसे बुरी तरह पीटा और युवक को छत पर से नीचे फेंक दिया, जिसमें उसके दोनों पैर टूट गए । इस दौरान पुलिस वालों ने उस युवक की चार साल की बच्ची और पत्नी की भी पीटाई कर दी, जिसमें बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। इस घटना से गुस्साए थाना नौचन्दी छेत्र के सेकड़ों लोग बुधवार को एसएसपी ऑफिस पहुंचे औऱ उन्होंने हंगामा करते हुए गाज़ियाबाद पुलिस और मेरठ की नौचन्दी पुलिस पर कार्रवाई की मांग की। इसके बाद एसपी क्राइम शिवराम यादव ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच के बाद कार्रवाई की बात कही, तब जाकर ये लोग शांत हुए।