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Weather Alert: तापमान ने तोड़ दिया 16 वर्ष का रिकॉर्ड, नए साल पर दिखेगा ठंड का प्रकोप

Highlights: -2004 में था 30 दिसंबर को अधिकतम तापमान 13 डिग्री -अधिकतम तापमान में 4.4 डिग्री की कमी -तापमान में कमी से जनजीवन प्रभावित

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मेरठ

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Rahul Chauhan

Dec 31, 2020

मेरठ। इस बार दिसंबर में ही मौसम अपने पिछले रिकार्ड तोड़ने में लगा हुआ है। इस बार 30 दिसंबर की रात पिछले 16 साल की तुलना में सर्वाधिक ठंड रही। वर्ष 2004 में 30 दिसंबर को अधिकतम तापमान 13 डिग्री रिकार्ड किया गया था। जो कि इस बार 12.6 रिकार्ड किया गया। यानी पिछले 16 साल की तुलना में सर्वाधिक ठंड रही 30 दिसंबर की रात। कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम कृषि वैज्ञानिक डा0 एन सुभाष ने बताया कि गत मंगलवार की तुलना में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम यानी 4.6 डिग्री रिकार्ड किया गया।

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बुधवार सुबह से ही काफी ठिठुरन थी। जिसके चलते लोग बाहर नहीं निल रहे थे। दिन में तापमान 7.8 तक पहुंच गया था। शीत लहर से पश्चिम उप्र कराह रहा है। कई जिले शीत लहर से प्रभावित हो रहे हैं मेरठ के अलावा मुजफ्फरनगर में भी भीषण ठंड पड़ रही है। मुजफ्फरनगर में अधिकतम तापमान 11.6 डिग्री पर टिका हुआ है। वहीं ऐसा ही हाल बिजनौर, गाजियाबाद और बुलंदशहर जिले का भी है। आगामी 1 जनवरी भी तापमान कम होने की संभावना जताई गई है। शीत लहर व धुंध के कारण हाईवे व संपर्क सड़कों के साथ साथ शहर के बाजारों में भी सन्नाटा देखने को मिल रहा है। हालांकि 25 दिसंबर से लगातार तापमान का गिरना जारी है।

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बाजारों में केवल वही लोग निकले, जिन्हें बहुत जरूरी काम था। वहीं मौसम विभाग के अनुसार आज भी बादल छाए रहने के आसार हैं। उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की ठंड की वजह से धुंध पड़ने से ठंड बढ़ गई है। तड़के से ही सड़कों पर बिछी धुंध की चादर के कारण विजिबिलिटी मात्र 50 मीटर तक रही। लोग ठंड से परेशान हैं और इससे बचने के लिए लोग टोपियां व ग्लबज का प्रयोग कर रहे हैं। शीत लहर के कारण गुरूवार सुबह सड़कों पर भी आवाजाही कम दिखाई दी। निकटवर्ती पर्वतीय इलाके में बढ़ी ठंड के कारण मैदानी इलाकों में तापमान का ग्राफ गिरना शुरू हो चुका है। सड़क मार्गो पर घनी धुंध छाए रहने से लोगों को अपने वाहनों की लाइटें जला कर ही आगे बढ़ना पड़ा।