
मेरठ। सितंबर में गर्मी और उमस का 15 साल रिकार्ड टूट गया है। सितंबर में कभी भी मौसम में ऐसा बदलाव देखा गया, जैसा कि इस बार देखने को मिल रहा है। 12 सितंबर 2005 में इतनी गर्मी उमस देखी गई थी, उसके बाद से अब रिकार्ड तोड़ गर्मी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि सितंबर में ऐसा मौसम ग्लोबल वार्मिंग और प्रदूषण के कारण बना हुआ है। उन्होंने संभावना जताई कि मानूसन सीजन की आखिरी बारिश 15 सितंबर को हो सकती है। वेस्ट यूपी-एनसीआर, हरियाणा और राजस्थान तक कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है।
वेस्ट यूपी-एनसीआर में पिछले कई दिनों से आसमान में बादल तो हैं, लेकिन गर्मी-उमस के कारण बारिश नहीं हो पा रही है। इसकी वजह मौसम वैज्ञानिक ग्लोबल वार्मिंग और प्रदूषण को बता रहे हैं। मेरठ में सितंबर माह में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है, इससे सितंबर में इतनी गर्मी का 15 साल पुराना रिकार्ड टूटा है। 2005 में 12 सितंबर को अधिकतम तापमान 32.9 और न्यूनतम तापमान 24.1 डिग्री सेल्सियस था, जो 2019 में क्रमशः 33.4 व 25.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिक डा. एन. सुभाष का कहना है कि सितंबर में इतना तापमान बढ़ना ठीक नहीं है, यह ग्लोबल वार्मिंग व प्रदूषण के कारण हो रहा है। उन्होंने कहा कि 15 सितंबर को मानसून सीजन की आखिरी अच्छी बारिश होने की संभावना है। इससे पहले और बाद में भी कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।
Published on:
13 Sept 2019 05:13 pm
बड़ी खबरें
View Allमेरठ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
