साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में आनलाइन पढ़ाई कर युवा अपना करियर बना सकते हैं। साइबर सुरक्षा करियर के रूप में तेजी से उभरता विकल्प बन रहा है।
अब आजकल के युवा सफल डॉक्टर या इंजीनियर बनने के के साथ ही साइबर सुरक्षा के एक्सपर्टस बनकर अपना करियर संवार रहे हैं।
हर दिन औसतन दो लाख साइबर हमले
अमेरिका स्थित साइबर सुरक्षा फर्म, नॉर्टन के अनुसार, 2022 की पहली तिमाही में भारत में हर दिन औसतन लगभग 200,000 खतरों के साथ 18 मिलियन से अधिक साइबर हमले और खतरे देखे गए। विश्व स्तर पर, भारत अपने महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और डिजिटल वित्तीय प्रणालियों पर साइबर हमलों का सामना करने के साथ-साथ अपने कई छोटे व्यवसायों पर भी अमेरिका और यूके के बाद तीसरे स्थान पर है।
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साइबर सुरक्षा तेजी से विकसित क्षेत्र
साइबर सुरक्षा एक बहुत गतिशील और हमेशा विकसित होने वाला क्षेत्र है। एक सफल करियर बनाने के लिए कक्षा की डिग्री पर्याप्त नहीं है। आज शिक्षा का डिजिटलीकरण हो गया है। माता-पिता को ऐसे पाठ्यक्रमों के लिए अपने बच्चों को मुंबई, दिल्ली या बैंगलोर भेजने की आवश्यकता नहीं है। मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद में बैठकर बच्चे भविष्य में एक सफल करियर शुरू करने के लिए साइबर सुरक्षा कौशल विकसित कर सकते हैं।
साइबर रक्षा पर देश का पहला युवा कार्यक्रम
आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र और व्हिजहॉक टेक्नोलॉजीज के सीईओ कौशिक रे ने बताया कि व्हिज़हैक टेक्नोलॉजी ने साइबर रक्षा पर देश का पहला युवा कार्यक्रम तैयार किया है। जिसका नाम व्हिजटीन्स है। यह कार्यक्रम बच्चों को साइबर अपराधों के बारे में जागरूक करता है और उन्हें ऑनलाइन क्षेत्र के हमलों से निपटने के लिए शिक्षित करता है।
उन्होंने बताया कि साइबर सुरक्षा में करियर का मार्ग भी प्रशस्त करता है जो 0% बेरोजगारी दर के साथ सबसे अधिक भुगतान करने वाले उद्योगों में से एक है। उन्होंने बताया कि WhizHack ने IIT जोधपुर में साइबर सुरक्षा में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया है।
Whizteens प्रोग्राम में तीन स्तर के
निंजा, समुराई और गुरु। तीनों का कॉम्बो भी लिया जा सकता है। Whizhack शिक्षार्थियों को ऐप्स के माध्यम से एथिकल हैकर्स के रियल कम्युनिटी तक पहुंच प्रदान करता है। इससे बच्चे साइबर रक्षा विशेषज्ञों के साथ लाइव कक्षाओं का भी लाभ उठा सकते हैं।