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इस प्राधिकरण की महिलाा लिपिक को योगी राज में मिली यह सजा, अब कोर्इ कर्मचारी एेसा करने की सोचेगा भी नहीं

प्राधिकरण के कर्इ अधिकारी आैर कर्मचारी रडार पर

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meerut

इस प्राधिकरण की भ्रष्ट महिला लिपिक को योगीराज में मिली यह सजा, कोर्इ भी कर्मचारी एेसा करने की सोचेगा भी नहीं

मेरठ। योगीराज में यूं तो भ्रष्टाचारियों के हौंसले बुलंद हैं, लेकिन जो सरकार की रडार में आया समझो वह गया। ऐसे ही सरकार की रडार में आई एमडीए की भ्रष्ट महिला लिपिक पर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवार्इ की है।

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महिला लिपिक पर यह था आरोप

निरस्त भूखण्डों की रजिस्ट्री में खेल और फर्जी अभिलेख तैयार कर फर्जीवाड़ा करने के आरोप इस महिला लिपिक पर लगने के बाद इसको निलंबित कर दिया गया था। जांच में दोषी पाए जाने के बाद एमडीए वीसी साहब सिंह ने अब उसको बर्खास्त कर दिया। बर्खास्त करने के लिए अधिष्ठान विभाग को संस्तुति कर दी गई थी। वहीं प्राधिकरण के अधिष्ठान विभाग ने निलम्बित चल रही महिला लिपिक रजनी कन्नौजिया को कारण बतायो नोटिस जारी कर दिया है, जिसके लिए 15 दिन का समय दिया है।

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निस्स्त भूखंड का कर दिया था आवंटन

गौरतलब है कि प्राधिकरण की लोहियानगर आवासीय योजना में रेखा ककवानी को भूखण्ड संख्या आई-33 में 300 वर्ग मीटर का आवंटन 28 मार्च 2016 को निरस्त कर दिया गया था। उसी दिन भूखण्ड संख्या बी-182 के आवंटी मोहम्मद रिजवान को आई-33 को परिवर्तित कर दिया गया था। शिकायत के आधार पर महिला लिपिक को निलंबित कर जांच संयुक्त सचिव अजय कुमार को सौंप दी गई थी। जांच कर रहे संयुक्त सचिव अजय कुमार ने बताया कि इसके अलावा कई अन्य मामलों में लोहियानगर आवासीय योजना के निरस्त भूखण्डों की पत्रावलियों में से निरस्तीकरण पत्र हटाकर फर्जी तरीके से धन जमा कर फोटो बदलकर फर्जी लोगों के नाम रजिस्ट्री कराने के मामले भी जांच में उजागर हुए।

पकड़ में आ गया फर्जीवाड़ा

गंगानगर आवासीय योजना के भूखण्ड संख्या एम-84 में फर्जी व्यक्ति की फर्जी मुख्तारनामा बनाकर फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराने का मामला उजागर हुआ था। प्रकरण की जांच उनके द्वारा की गई थी। इसी सप्ताह जांच रिपोर्ट उपाध्यक्ष को सौंपी दी गई थी।

एमडीए में हड़कंप

दोषी पाए जाने के बाद उपाध्यक्ष साहब सिंह ने कड़ी कार्यवाही करते हुए इस निलंबित महिला लिपिक के खिलाफ बर्खास्तगी के आदेश जारी कर दिए। महिला लिपिक पर गाज गिरने के बाद प्राधिकरण के अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कम्प मच गया है।

और भी हैं रडार पर

एमडीए के उपाध्यक्ष साहब सिंह का कहना है कि अभी और भी अधिकारी और कर्मचारी उनके रडार पर हैं जिन्होंने एमडीए में घोटाला किया हुआ है। उनकी भी गुपचुप तरीके से जांच चल रही है।