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अपना दल (S) के विधायक राहुल कोल को जारी होगा नोटिस, यह है मामला

ग्राम सभा की बेशकीमती जमीन पर अनाधिकार कब्ज़ा करने के आरोप में सत्ताधारी विधायक समेत दो लोगों को नोटिस जारी करने की तैयारी हो रही है।

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Rahul kaul

राहुल कौल

मिर्जापुर. ग्रामसभा की जमीन पर अनाधिकार कब्ज़ा करने वाले विधायक को नोटिस जारी होगा। मड़िहान तहसील क्षेत्र के पटेहरा गांव स्थित सड़क किनारे ग्राम सभा की बेशकीमती जमीन पर अनाधिकार कब्ज़ा करने के आरोप में सत्ताधारी विधायक समेत दो लोगों को नोटिस जारी करने की तैयारी हो रही है।

बता दें कि विधायक और गांव के ही उमाशंकर यादव के बीच लंबे समय से गांव सभा की जमीन कब्जाने को लेकर विवाद चला आ रहा था। जिसको लेकर अपना दल(S) के छानवे विधान सभा से विधायक राहुल कोल कई दिनों से सुर्खियों में है। विधायक पर उमाशंकर ने जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया और इसकी शिकायत जिला अधिकारी विमल कुमार दुबे से किया।

मामला सुर्खियों में आने के बाद जागे जिला प्रशासन ने विवादित जमीन का सीमांकन करने के लिए तहसीलदार के नेतृत्व में आधा दर्जन लेखपाल समेत राजस्व निरीक्षक की टीम गठित की गयी। शनिवार को तहसीलदार रामजीत मौर्य की टीम पटेहरा स्थित विवादित जमीन का सीमांकन दोनों पक्षों के समक्ष की गयी।

बता दें कि लालगंज कलवारी मार्ग पर पटेहरा गांव स्थित सड़क किनारे छः बिस्वा नवीन परती के नाम से ग्राम सभा की जमीन है। कीमती जमीन हथियाने के चक्कर में गांव के निवासी उमाशंकर व विधायक में होड़ मची थी। जमीन पर कब्ज़ा करने के चक्कर में दोनों लोगों में विवाद चलने लगा। मामला स्थानीय अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंच गया। किन्तु सत्ताधारी विधायक का मामला होने के कारण जिले के आला अफसर भी मुंह मोड़ लिए थे। मगर मीडिया की सुर्खिया बनने के बाद आननफानन में सीमांकन का आदेश हो गया।

आदेश के अनुपालन में जमीन नापी के लिए मड़िहान तहसीलदार के नेतृत्व में टीम गठित की गयी। मौके पर स्थानीय पुलिस बल व राजस्व निरीक्षक सिरसी प्रमोद यादव, क्षेत्रीय लेखपाल कुंवरसरोज, सौरभ श्रीवास्तव, राधेश्याम यादव, द्वारा पैमाइश कराकर पत्थर गड़वा दिया गया। वहीं जमीन की नापी में नेतृत्व कर रहे मड़िहान तहसीलदार ने बताया की दोनों लोग गांव सभा की सार्वजनिक जमीन पर अनाधिकार कब्ज़ा कर रहे है। नजरीनक्शा व लेखपाल की रिपोर्ट के अनुसार दोनों लोगों को 122 बी की नोटिस जारी की जायेगी। जल्द ही रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

फिलहाल पैमाइश रिपोर्ट आने से पहले ही जिलाधिकारी द्वारा विधायक को क्लीन चिट दिए जाने के कारण के कारण इस मामले में विवाद और गहरा गया था। देखने वाली बात यह होगी कि विधायक और विवादित ग्राम सभा की जमीन पर कब्जा करने वालों को तहसील से कब नोटिस जारी होती है।

BY- SURESH SINGH


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