इस दौरान आज एडीएम विक्त व राजस्व राजितराम प्रजापति के नेतृत्व में जिला प्रोवेशन अधिकारी अमरेंद्र कुमार के साथ आम घाट स्थित निजी एनजीओ विंध्य स्वधार द्वारा संचालित महिला संरक्षण गृह को बंद करवा दिया।वहाँ पर मौजूद एक महिला को मड़िहान राजकीय संरक्षण गृह भेजा गया है।अधिकारियों के मुताबिक यह महिला संरक्षण गृह शासन के मानक के अनुरूप नही था।हाल ही में अपर जिला अधिकारी विक्त व राजस्व और काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कि टीम से कराये गए सोशल आडिट में भी इस पर कई सवाल खड़े किए गए थे।
इसके बाद जिला प्रोवेशन अधिकारी के नेतृत्व में टीम ने शहर के पक्के पोखरा में स्थित निजी संस्था ज्ञानोदय द्वारा संचालित ज्ञानोदय बालिका गृह कि जाँच किया। टीम में शामिल तीन महिला कमर्चारियों ने बालिका गृह में मौजूद लड़कियों से उनकी परेसानी के बारे में पूछताछ किया। हालांकि इस दौरान टीम से लड़कियों कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाया।इस बालिका गृह में 10 से 18 वर्ष कि कुल 18 लड़कियों को रख्खा गया है।जिनमे से 2 लडकिया मौके पर नहीं थी।संस्था के अनुसार वह अपना बयान दर्ज करवाने के लिए अन्य जिले में गयी है।
निरक्षण के बाद जिला प्रोवेशन अधिकारी अमरेन्द्र कुमार पौत्स्यायन ने बताया कि महिला संरक्षण गृह मानक के अनुरूप नही होने के कारण बंद करवा दिया गया है।यहां पर कोई स्टाफ नहीं था।हालांकि वह बालिका गृह कि जांच के बाद संतुष्ट नजर आए। बतादे कि इस समय जनपद में दो महिला संरक्षण गृह निजी चल रहे है। पहला मड़िहान में चल रहा जहां 24 महिलाएं है दूसरा मधुग्राम संस्था द्वारा संचालित लालगंज में चल रहा है।इसके साथ ही दो बालिका गृह भी संचालित किए जा रहे है एक शहर के भटवा पोखरी में है जो सामान्य लड़कियों के लिए है दूसरा चुनार में संचालित किया जा रहा जो मंद बुद्धि लड़कियों के लिए है।
By Suresh Singh