घटना शहर के सबसे बडे महाविद्यालय के बी कॉलेज की है, जहां कैम्पस में एडमिशन कराने पहुंचे चिल्ह थाना क्षेत्र के रामपुर निवासी अतुल दुबे 19 वर्ष छात्र की अचानक तबीयत खराब हो गयी । छात्र को तत्काल जिला अस्पताल लाया गया तब जाकर खुलासा हुआ कि एडमिशन नहीं होने पर क्षुब्ध अतुल दुबे ने कॉलेज परिसर में जहर खा लिया। छात्र ने अपने हाथ में भी सुसाइड नोट लिखा हुआ था। जिसमे पीड़ित छात्र ने कॉलेज के अध्यापकों पर इल्जाम लगाया है कि बीए में एडमिशन के लिए निकले द्वितीय लिस्ट में उसका नाम था। एडमिशन के दौरान उसके पास इंटर पास टीसी नही थी, इसलिए देर होने पर वह कॉलेज के प्रोफेसर अनिल सिंह से मिला और टीसी लाने कर लिए समय मांगा । जब वह अपनी टीसी लेकर कॉलेज पहुचा तो प्रोफेसर ने देर होने का हवाला देकर एडमिशन करने से मना कर दिया।
इस पर छात्र अतुल कॉलेज की प्रोफेसर सुनीता त्रिपाठी के पास गया तो उन्होंने ने तीसरी लिस्ट आने पर एडमिशन करने की बात कही मगर तीसरी लिस्ट आने के बाद भी एडमिशन नहीं किया गया। बुधवार को कॉलेज में एडमिशन के लिए चौथी लिस्ट निकली तो वह एक बार फिर प्रोफेसर सुनीता त्रिपाठी के पास पहुंचा, मगर उन्होंने चौथी लिस्ट में नाम नही होने की बात करते हुए एडमिशन करने से मना कर दिया। पूरे वाकये से परेशान छात्र कॉलेज कैम्पस में ही जहर खा लिया जिससे कॉलेज में हड़कम्प मच गया। छात्र को जिला मण्डलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहा उसका इलाज चल रहा है।
डॉक्टरों के अनुसार उसकी हालत अभी ठीक है। इस दौरान घटना की जानकारी होने पर अस्पताल पहुचे छात्र नेताओं ने अस्पताल के सामने रोड पर जाम लगाकर कालेज प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी किया। कॉलेज प्रशासन का पुतला जला कर विरोध प्रदर्शन किया। हंगामा कर रहे छात्र के एडमिशन और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। अधिकारियों के द्वारा कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद ही छात्रों का गुस्सा शांत हुआ और वह जाम हटाने के लिए माने। मगर इस दौरान पूरी घटना को लेकर कॉलेज प्रसाशन के हाथ पांव फूलते नजर आ रहे थे ।
By- Suresh Singh