विंध्याचल स्थित मां विंध्यवानसी मंदिर पर अराजकता के कारण आए दिन मारपीट की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।हालत ये हैं कि यहां तैनात पुलिसकर्मी भी स्थानीय पंडों से सुरक्षित नहीं। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पुलिस मारपीट के जिस आरोपी पंडा को पकड़ने जाती है वही पंडा उन पर टूट पड़ता है। डंडे से पुलिसवालों की जमकर पिटाई करने में भी उसे डर नहीं।
पुलिस के मुताबिक मंदिर पर रात्रि आरती के दौरान स्थानीय पंडा अमित पांडेय ने मां विंध्यवासिनी का श्रृंगार व आरती करने वाले पुजारी विश्वनाथ से विवाद कर उन्हें पीट दिया। पीड़ित पुजारी ने जब घटना की शिकायत विंध्याचल कोतवाली में किया तो दरोगा रविकांत मिश्रा पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखते ही आरोपी पंडा अमित ने विंध्यवासनी मंदिर के पास मौजूद राधा-कृष्ण मंदिर में घुस कर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। पुलिस उसे निकालने के लिए प्रयास कर ही रही थी कि इसी बीच वह अचानक दरवाजा खोलकर बाहर निकला और वहां मौजूद पुलिस वालो को ही डंडे से पीटने लगा। उसके अचानक हमले के चलते वहां अफरा-तफरी मच गई। पिटाई के चलते दरोगा रविकान्त मिश्रा के सिर में गंभीर चोटें आईं और वह लहूलुहान होकर गिर पड़े। मंदिर सुरक्षा में तैनात दरोगा भगवान और पुलिस कर्मी दीपनारायण और संतोष को भी हमले के दौरान चोट आईं।
पुलिस के मुताबिक इस दौरान उसने खुद को भी घायल कर लिया। गंभीर रूप से घायल दरोगा रविकान्त मिश्रा को इलाज के लिये जिला अस्प्ताल में भर्ती कराया गया। अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा का कहना है कि पूरे मामले में आरोपी पंडा पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पीड़ित शिवजी महाराज का आरोप है कि आरोपी आये दिन मंदिर पर मारपीट और विवाद करता है।