
Bihar में कोरोना वायरस के दो तिहाई केस प्रवासी मजदूर से जुड़े हैं।
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस ( coronavirus ) महामारी का कहर जारी है। नए मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि लॉकडाउन - 3 तक देश के जिन क्षेत्रों में कोरोना मरीजों की संख्या बहुत कम मिले वही अब कोरोना के नए हॉटस्पॉट बनने लगे हैं। केंद्र सरकार ने 12 राज्यों के 145 ऐसे नए जिलों की पहचान की है जो आने वाले दिनों में कोरोना के नए हॉटस्पॉट ( Hotspot ) बन सकते हैं।
इस बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ( Central Government ) ने 12 राज्यों की सरकारों ( State Government ) को चेतावनी जारी की है। साथ में प्रभावित और कोरोना के संभावित क्षेत्रों में सख्त कदम उठाने को कहा है। केंद्र ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इन जिलों में ध्यान नहीं दिया गया तो ये बहुत जल्द कोरोना हॉटस्पॉट के रूप में उभरकर सामने आएंगे।
प्रवासी मजदूरों ने बढ़ाई टेंशन
इस मुद्दे पर कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ( Rajiv Gauba ) ने गुरुवार को अलग-अलग राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक की। उन्होंने कहा कि पूर्वी भारत ( Eastern India ) कोरोना का अगला हॉटस्पॉट बन सकता है। कैबिनेट सचिव ने कहा कि पूर्वी भारत में बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा सहित 12 राज्यों में पिछले तीन सप्ताह में तेजी से संक्रमण फैला है। इन राज्यों में कोरोना वायरस का विस्तार महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से प्रवासी मजदूरों की वापसी की वजह से हुई है।
प्रवासी श्रमिकों की भीड़ होने के कारण, रेलवे और बस स्टेशनों पर यात्रियों की उचित स्क्रीनिंग नहीं हो रही थी। इसलिए, कई लोगों ने एक राज्य से दूसरे में संक्रमण फैलाया। अब देश के ग्रामीण क्षेत्रों में नए हॉटस्पॉट के रूप में उभरे इन राज्य की सरकारों को अधिक सक्रिय किया जाएगा। लॉकडाउन - 5 ( Lockdown - 5 ) के दौरान इन जिलों में विशेष तौर से ऐहतियात बरते जाएंगे।
प्रवासी मजदूरों की वजह से इन राज्यों में कोरोना का खतरा बढ़ गया है। पिछले कुछ हफ्ते से इन राज्यों में कोरोना के मरीजों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है। उधर त्रिपुरा और मणिपुर में भी कोरोना के लगातार नए केस सामने आ रहे हैं।
सरकार ने जिन 145 जिलों की पहचान की है वहां अभी करीब 2,147 कोरोना के नए केस सामने आए हैं। 26 जिलों में 20 से ज्यादा केस हैं। हालांकि ये आकंड़े देश के मुकाबले सिर्फ 2.5 फीसदी है लेकिन आने वाले दिनों में इसमें तेजी से इजाफा हो सकता है। इनमें से आधे से ज्यादा जिले असम, छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और मध्यप्रदेश में हैं। बिहार में दो तिहाई केस प्रवासी मजदूरों से जुड़े हैं।
अधिकांश मरीज बड़े शहरों से
महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश ये वो बड़े राज्य है जहां से हर रोज कोरोना के मरीजों की संख्या भारी इजाफा होता है। 1 लाख 73 हज़ार में से ज्यादा केस इन्ही राज्यों से है।
बता दें कि 13 मई तक भारत में कोरोना के सिर्फ 75 हजार मरीज़ थें लेकिन सिर्फ 17 दिनों में ये आंकड़ा 1 लाख 73 हजार को पार कर गया है।
Updated on:
30 May 2020 04:00 pm
Published on:
30 May 2020 03:53 pm
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