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Corona काल के बीच शुरू हुई एशिया की सबसे बड़ी Smart Lab, अब एक दिन में होंगे दो लाख ब्लड सैंपल की जांच

Highlights- एशिया की सबसे बड़ी स्मार्ट लैब (Asia's largest smart lab) की शुरुआत हो गई है- इस लैब की शुरुआत देश के सबसे बड़े सरकारी (AIIMS Hospital) हॉस्पिटल (Government Hospital) और शोध संस्थान (Research institute) के नवनिर्मित ओपीडी भवन (OPD Building) में हुई है- इस लैब में अत्याधुनिक स्वचालित मशीनों को लगाया गया है  

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Corona काल के बीच शुरू हुई एशिया की सबसे बड़ी Smart Lab, अब एक दिन में होंगे दो लाख ब्लड सैंपल की जांच

Corona काल के बीच शुरू हुई एशिया की सबसे बड़ी Smart Lab, अब एक दिन में होंगे दो लाख ब्लड सैंपल की जांच

नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बीच एशिया की सबसे बड़ी स्मार्ट लैब (Asia's largest smart lab) की शुरुआत हो गई है। इस लैब की शुरुआत देश के सबसे बड़े सरकारी (AIIMS Hospital) हॉस्पिटल (Government Hospital) और शोध संस्थान (Research institute) के नवनिर्मित ओपीडी भवन (OPD Building) में हुई है। इस लैब में अत्याधुनिक स्वचालित मशीनों को लगाया गया है।

एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी के जंग से लड़ रही है, तो वहीं यह खबर राहत देने वाली है। इस लैब की शुरुआत से अब एक ही दिन में चिकित्सीय सलाह और ब्लड जांच रिपोर्ट प्राप्त हो सकेगी। एक ही दिन में दो लाख ब्लड सैंपल की जांच असानी से हो सकेगी। इस लैब का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Union Health Minister Dr. Harsh Vardhan) और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे (Union Minister of State for Health Ashwini Kumar Choubey) ने किया।

जानिए, लैब की खासियत

- इस लैब को इसे 15 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है।
- अभी तक मरीज हेमेट्रोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, इम्यूनोलॉजी सहित अन्य कई जांचों के लिए अलग-अलग लैब्स में जाते थे लेकिन इस स्मार्ट लैब में लगभग सभी जांच एक छत के नीचे उपलब्ध होंगी।
-दो लाख सैंपल की क्षमता वाली इस लैब में कम से कम 10 हजार मरीजों को उसी दिन रिपोर्ट उपलब्ध करा सकती है।
- 100 प्रकार की जांच उपलब्ध है।
-आठ मंजिला ओपीडी ब्लॉक में स्मार्ट लैब है।
- यहां सैंपल देने के 90 मिनट में प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
- इसके अलावा ब्लड सैंपल को 48 घंटे तक सुरक्षित रखा जा सकेगा ताकि दोबारा जांच की जरूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके।

कोरोना वायरस के चलते बंद थी लैब

गौरतलब है कि यह ओपीडी ब्लॉक इसी साल फरवरी माह में शुरू किया गया था लेकिन कोरोना महामारी के चलते मार्च से यहां ओपीडी बंद थी। कुछ ही समय पहले एम्स ने सीमित मरीजों के लिए फिर से ओपीडी व्यवस्था शुरू की है।

कोरोना संक्रमण की भी होगी जांच

एम्स की मेडिसिन लैब के डॉक्टर राजीव रंजन के मुताबिक इस लैब में शीघ्र ही कोरोना संक्रमण की जांच के लिए नई मशीन लगाई जाएगी। इसकी मदद से रोजाना 1000 नमूनों की जांच करना संभव हो जाएगी।

100 पैरामीटर पर हो रही जांच

एम्स प्रबंधन के अनुसार अभी इस लैब में 100 पैरामीटर पर जांच हो रही है जोकि आगामी दिनों में 270 तक बढ़ाए जा सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली एम्स की इस कामयाबी पर बधाई देते हुए कोरोना महामारी में स्वास्थ्य कर्मचारियों के योगदान को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि वायरस को लेकर भारत के हालात हर दिन सुधर रहे हैं।

लैब के पास पार्किंग की भी सुविधा

मस्जिद मोठ इलाके के नजदीक ओपीडी ब्लॉक में प्रतिदिन 15 हजार मरीजों के आने की व्यवस्था है। साथ ही इसी ब्लॉक के पास में ही पार्किंग सुविधा भी है। ताकि लोगों को आने-जाने में कोई दिक्कत न हो।