31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पॉर्न वीडियो देखते पकड़े गए थे दो विधायक, अब BJP सरकार में बने मंत्री

2012 में दो विधायक विधानसभा के अंदर पॉर्न वीडियो देख रहे थे येदियुरप्पा सरकार में मंत्री बने हैं लक्ष्मण सवादी और सीसी पाटिल

2 min read
Google source verification
file photo

नई दिल्ली। कर्नाटक में नई सरकार बनने के बाद मंगलवार को येदियुरप्पा ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने 17 मंत्रियों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है। लेकिन, इस लिस्ट में कई ऐसे नाम शामिल हैं, जिनकी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। दो मंत्री तो ऐसे हैं, जो कभी विधानसभा में पॉर्न वीडियो देखते हुए पकड़े गए थे।

बीएस येदियुरप्पा ने हाल ही में चौथी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। मंगलवार को मंत्रिमंडल की घोषणा की गई और 17 मंत्रियों को शामिल किया गया। इनमें दो मंत्री लक्ष्मण सवादी और सीसी पाटिल ऐसे नाम हैं, जो कभी विधानसभा में पॉर्न वीडियो देखते हुए पकड़े गए थे।

पढ़ें- कर्नाटक: येदियुरप्पा सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार, 17 विधायकों ने ली शपथ

लेकिन, सबसे हैरान करने वाला नाम लक्ष्मण सवादी का है, जो वर्तमान में विधायक भी नहीं हैं और उन्हें मंत्री भी बनाया गया है। दरअसल, 2018 विधानसभा चुनाव में उन्हें महेश कुमाथली ने हरा दिया था। लेकिन, कुमाथली डिसक्वालिफाई विधायकों में शामिल हैं। ऐसे में चर्चा यह है कि लक्ष्मण सवादी उपचुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, अभी स्थिति साफ नहीं है। लेकिन, इन दोनों के मंत्री बनने से कर्नाटक की सियासत गरमाई हुई है।

क्या था मामला ?

कर्नाटक के विधानसभा में पॉर्न वीडियो देखने का मामला 2012 का है। तीन विधायक लक्ष्मण सवादी, सीसी पाटिल और कृष्णा पालेम विधानसभा में मोबाइल पर अश्लील वीडियो देखते पकड़े गए थे। इस कांड ने कर्नाटक विधानसभा को हिलाकर रख दिया था। विपक्षी कांग्रेस और जेडीएस के सदस्यों ने इस घटना में शामिल तीन पूर्व मंत्रियों को सदन से निलंबित करने और अयोग्य घोषित किए जाने की मांग की थी।

यहां आपको बता दें कि कर्नाटक मंत्रिमंडल की कुल ताकत 34 है और 16 मंत्रियों के पद अब भी खाली हैं। इन असंतुष्ट विधायकों में से कुछ उम्मीद कर रहे हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार होने पर मौका मिल सकता है, लेकिन 17 अयोग्य ठहराए गए विधायकों के सपनों पर पानी फिर सकता है। अब देखना यह है कि येदियुरप्पा अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कब करते हैं और किन-किन को मौका देते हैं।