लॉक डाउन का असर :
कोरोना को लेकर लगाए गए लॉक डाउन के दौरान स्कूल बंद रहे। इससे भी बच्चों की संख्या घटी। प्रदेश में साक्षरता दर करीब 90 फीसदी है। साक्षरता दर बढ़ाने के लिए मिड डे मील योजना चलाई जा रही है। समग्र शिक्षा अभियान के निदेशक अरुण मन्हास के मुताबिक बच्चों को फिर स्कूलों से जोडऩे के प्रयास जारी हैं। हाल ही तलाश ऐप लॉन्च कि या गया है। इसके जरिए बच्चों को ट्रैक कर स्कूल पहुंचाया जाएगा।
स्कूल छोडऩे का सबसे बड़ा कारण :
स्कूल छोडऩे का एक बड़ा कारण आर्थिक तंगी भी है। आर्थिक तौर पर कमजोर परिवार बच्चों को स्कूल न भेजकर काम पर लगा देते हैं, ताकि घर का खर्च चल सके । समग्र शिक्षा अभियान के तहत साक्षरता दर बढ़ाने के लिए पंचायत स्तर पर बच्चों को स्कूल लाने की ज्मिेदारी दी गई है।