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मुंबई. मुंबई के भिंडी बाजार में गिरी बिल्डिंग का मलबा लगातार लाशें उगल रहा है। वहां अब मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है। बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर एक मिठाई की दुकान थी, जहां कई लोग काम करते थे। इन सभी के अभी भी दबने की आशंका जताई जा रही है। गुरुवार सुबह 8.30 बजे भिंडी बाजार में 117 साल पुरानी पांच मंजिला इमारत भरभरा कर गिर गई थी। रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 45 से ज्यादा लेागों को बचाया जा चुका है, इमसें 15 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हुसैनी इमारत के नाम से मशहूर इस जर्जर इमारत में लोग तो रह ही रहे थे साथ ही गोदाम और एक प्लेस्कूल था। गनीमत थी प्लेस्कूल १० बजे बाद लगता है वरना मामला और गंभीर हो सकता था।
नौ परिवार रहते थे हुसैनी बिल्डिंग में
हुसैनी बिल्डिंग में करीब नौ परिवार रहते थे। इसमें एक प्ले स्कूल भी थी। राज्य के आवास मंत्री रवींद्र वायकर ने कहा कि इस इमारत को साल 2011 में पुनर्विकास के लिए मंजूरी मिली थी और इसे खाली कराया जाना था।
परिजनों को 5-5 लाख मुआवजा
घटना की जानकारी मिलने के बाद सीएम देंवेद्र फडणवीस ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव से इस मामले की जांच कराए जाने के आदेश जारी किए हैं। मृतकों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। यह भी कहा कि घायलों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी।
घनी बस्ती में इलाका
यह इलाका काफी घनी आबादी वाला और संकरा है। इस वजह से बड़े वाहनों को पहुंचने में परेशानी होती है। बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर एक मिठाई की दुकान थी, जहां कई कर्मचारी काम करते थे। बताया जा रहा है कि ये सभी अभी भी वहीं दबे हुए हैं। यह भी कहा जा रहा है कि मिठाई की दुकान में जल रहे गैस स्टोव से ही गिरी इमारत में आग भी लगी थी, जिसमें जिसके कारण दमकल विभाग के कुछ कर्मचारी भी घायल हो गए थे। बिल्डिंग के राहत एवं बचाव कार्य में दमकल विभाग के अलावा एनडीआरएफ की टीम भी लगी हुई है। ऐतिहात के तौर पर हुसैनी बिल्डिंग के आसपास की इमारतों को भी खाली करा लिया गया है।
Published on:
01 Sept 2017 09:01 am
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