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त्यौहार पर देश को दहलाने के लिए आए 4 युवक गिरफ्तार, टारगेट पर थे कई बड़े नेता

दिल्ली में किसी बड़े हमले की साजिश को अंजाम देने के लिए आए हुए थे तथा इनके टारगेट पर देश के कई बड़े नेता और डिफेंस ऑफिसर्स थे।जम्मू-कश्मीर में आतंक को बढ़ावा देने के लिए अंसार गजवत-उल-हिंद की स्थापना की गई थी।

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Sunil Sharma

Oct 04, 2020

terrorist attack in india

इस हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक हेड कांस्टेबल शहीद हो गए हैं

स्पेशल सेल ने अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े कश्मीर के चार युवकों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ये चारों युवक दिल्ली में किसी बड़े हमले की साजिश को अंजाम देने के लिए आए हुए थे तथा इनके टारगेट पर देश के कई बड़े नेता और डिफेंस ऑफिसर्स थे। चारों देश में त्यौहार पर किसी बड़ी घटना के लिए प्लानिंग कर रहे थे।

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बुरहान का भाई भी है शामिल
चारों युवकों की पहचान जम्मू कश्मीर के पुलवामा निवासी 25 वर्षीय अल्ताफ अहमद डार, अनंतनाग निवासी 28 वर्षीय इश्फाक मजीद कोका, शोपियां निवासी 27 वर्षीय मुश्ताक अहमद गानी अैर 22 वर्षीय आकिब सैफी के तौर पर हुई है। इशफाक मजीद कोका, अंसार गजवत के पूर्व चीफ बुरहान कोका उर्फ छोटा बुरहान का बड़ा भाई है। उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2020 में सुरक्षा बलों के साथ हुई एक मुठभेड़ में बुरहान अपने दो साथियों के साथ मारा गया था।

अंसार गजवत-उल-हिंद का हिंदी में अर्थ है "हिंदुस्तान की तबाही"
बुरहान के एनकाउंटर के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंक को बढ़ावा देने के लिए अंसार गजवत-उल-हिंद की स्थापना की गई थी। यह दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी संगठनों में एक अलकायदा के नियंत्रण में काम करने वाला आतंकी संगठन है जो देश में अभी सक्रिय है। अलकायदा ने इसकी स्थापना भारत में आतंकी गतिविधियां करने तथा अपनी जड़ें जमाने के लिए किया था। संगठन की कमान जाकिर मूसा के हाथ में थी। इस नाम का हिंदी अर्थ है "हिंदुस्तान की तबाही"।

चारों आतंकियों से मिले ऑटोमेटिक हथियार
गिरफ्तार किए गए युवकों से तीन लोडेड ऑटोमेटिक पिस्टल, एक 9 एमएम लोडेडे पिस्टल, 110 से ज्यादा कारतूस, पांच मोबाइल तथा एक जम्मू-कश्मीर के नम्बर की कार मिली है। स्पेशल सेल डीसीपी पीएस कुशवाहा ने बताया कि उनकी टीम को दिल्ली में आतंकी हमले के इनपुट मिले थे तथा कश्मीर से आए कुछ युवकों के बारे में जानकारी मिली थी। इस पर स्पेशल सेल की टीम ने पिकेट लगाकर छानबीन शुरु कर दी । इसी दौरान जम्मू-कश्मीर नंबर की एक कार को रुकने का इशारा किया तो ड्राइवर कार ले भागा, इस पर टीम को संदेह हुआ और टीम ने पीछा कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।