
मैदान में खेल रहे थे बच्चे, अचानक उड़ने लगे 500 -1000 के नोट, कहानी जानकर पुलिस हुई हैरान
नई दिल्ली. सोचिए आप मैदान में टहलने जा रहे हो और अचानक नोट उड़ने लग जाए तो आपको कैसा लगेगा। आप सोचेंगे कि यह सपनों में ही हो सकता है, लेकिन यह सच में हुआ है। यह घटना केरला (Kerala) में घटित हुई है। दरअसल पलक्कड़ जिले (Palakkad District) के कोट्टाय में एक खेल के मैदान में अचानक पैसे उड़ने लगे। यह नोट पुराने 1000 व 500 के थे। इन नोटों पर मैदान में खेल रहे बच्चों की नजर पड़ी। बच्चों ने इसकी सूचना पुलिस (Kerala Police) को दी। पुलिस पहुंची तो सच्चाई जानकर सब हैरान रह गए।
जानकारी के मुताबिक यह नोट केरल के पल्लकड़ में 80 साल की वृद्ध महिला के हैं। उनके पास से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट मिले हैं। बूढ़ी महिला ने बारिश से भीगने के बाद सूखने के लिए मैदान में रखे थे। चार साल पहले 2016 में नोटबंदी (Demonetisation) के बाद इन नोटों (Demonetisation 2016) को अमान्य घोषित कर दिया गया था।
बूढ़ी महिला के घर की ली तलाशी
बच्चों से मिली जानकारी के बाद मौके पर पहुंचकर जब पुलिस ने बूढ़ी महिला के घर की तलाशी ली तो पता चला कि वो अकेले रहती थी और रिश्तेदारों के साथ उसका कोई संपर्क नहीं था। वह किसी को भी अपने कमरे में नहीं जाने देती थी।
बोरी से मिले पुराने नोट
पुलिस की जांच के मुताबिक महिला ने नोटों को जिस बोरी में रखा था बारिश की वजह से वो बोरी भीग गई थी। महिला ने बोरी से पैसों को निकाल कर सूखने के लिए फैला दिया था और ठीक उसी वक्त बच्चों की उन पर नजर पड़ गई। उन नोटों में ज्यादातर पांच रुपये और 10 रुपये के नोट और सिक्के थे। हालांकि कुछ पुराने नोट भी थे जिन्हें सरकार ने नोटबंदी के बाद अमान्य घोषित कर दिया था।
नोटबंदी की नहीं थी जानकारी
महिला के जमा किए गए पैसों में करीब 30 हजार रुपये के पुराने नोट थे। थथा नाम की इस वृद्ध महिला ने बताया कि 2016 के नोटबंदी के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं थी।
दैनिक मजदूरी करके बूढ़ी महिला ने कमाए थे पैसे
जांच अधिकारी के मुताबित ये पैसे उस बूढ़ी महिला ने कड़ी मेहनत करके कमाए थे। उन्होंने कहा, 'यह सब उसकी अपनी कमाई थी। उसने नौकरानी के रूप में काम किया, कबाड़ बेचकर और दैनिक मजदूरी करके ये पैसे जमा किए थे।
सालों से नहीं किया बैंक का उपयोग
अधिकारी के मुताबिक बूढ़ी महिला के पास एक बैंक खाता था जिसका उसने कई सालों से उपयोग नहीं किया था। उसने अपनी सारी बचत बोरे में रख ली थी। उसके रिश्तेदारों को नहीं पता था कि बोरी में पैसे थे। ''स्थानीय नेताओं ने बूढ़ी महिला को आश्वासन दिया है कि जब भी उसे ज़रूरत होगी, वे उसे पैसा दिलाने में मदद करेंगे।''
Published on:
20 Jul 2020 09:34 am
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