
ईवीएम और वीवीपैट में हो रहा खास बदलाव
नई दिल्ली। आम चुनाव का समय करीब आता जा रहा है और एक बार फिर से ईवीएम का मुद्दा गरमाता जा रहा है। दरअसल एक अमरीकी शख्स ने दावा किया है कि वे ईवीएम को हैक कर सकता है और नतीजों को बदल सकता है। उन्होंने दावा किया है कि भारत में 2014 के लोकसभा चुनाव में धांधली की गई थी। बता दें कि एक अमरीकी शख्स ने ईवीएम को हैकर करने का दावा किया। इस बाबत लंदन में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (IJA) की तरफ से एक कार्यक्रम का आयोजित किया गया। हालांकि चुनाव आयोग ने इन सारी खबरों का खंडन किया है और कहा है कि ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित है। आयोग की छवि को धूमिल करने की एक कोशिश की जा रही है।
2014 के चुनाव में हुई थी धांधली
आपको बता दें कि लंदन इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (IJA) की तरफ से आयोजित कॉन्फ्रेंस में सैयद शूजा नाम के एक टेक एक्सपर्ट ने यह दावा किया कि वह ईवीएम को हैक कर सकता है। उन्होंने कहा कि वे ईवीएम डिजाइन करने में शामिल थे। शूजा का दावा है कि भारत में 2014 के चुनाव में धांधली की गई थी। एक बड़ा खुलासा करते हुए उन्होंने कहा है कि भाजपा के दिग्गज नेता गोपीनाथ मुंडे को ईवीएम हैकिंग के बारे में पता था इसलिए उनकी हत्या कर दी गई। शूजा ने कहा कि मुंडे की हत्या के पीछे भाजपा के ही नेता का हाथ था। शूजा यह दावा कर रहे हैं कि वो इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के पूर्व कर्मचारी भी रह चूके हैं। उन्होंने यह भी दावा किया है कि कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनसे संपर्क किया ताकि वे यह जान सकें कि ईवीएम को कैसे हैक किया जा सकता है। आपको बता दें कि शूजा के तमाम दावों की पुष्टि हम नहीं कर रहे हैं। लेकिन उनकी कही इन बातों की सच्चाई क्या है यह साफ नहीं है और इसके बारे में आगे जांच की आवश्कता है।
'राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में ईवीएम धांधली को रोका'
आपको बता दें कि अमरीकी शख्स शूजा खुद को भारतीय मूल का होने का दावा करता है। उन्होंने कहा कि भारत में हाल ही में हुए तीन राज्यों में चुनाव के दौरान भी ईवीएम को हैक करने का साजिश रची गई थी लेकिन कई पार्टियों ने उनसे संपर्क किया जिसके बाद उनकी एक टीम है जिसने इन राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश में ईवीएम में धांधली को रोका है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने उनसे संपर्क किया जिसके बाद ईवीएम हैकिंग रोकने का काम किया। यदि ऐसा नहीं करते तो भाजपा चुनाव जीतती। उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी चाहती थी कि वो दुनिया को ईवीएम हैकिंग का डेमोंस्ट्रेशन दें। शूजा ने सनसनीखेज आरोप लगाया कि बीजेपी को ईवीएम हैकिंग में रिलायंस कम्यूनिकेशन से मदद मिलती है। इसके लिए कंपनी लो फ्रिक्वेंसी सिग्नल देती है। भारत में ऐसी 9 जगहें हैं जहां यह फैसिलिटी उपलब्ध है। आगे यह भी दावा किया कि ईवीएम को ट्रांसमीटर के जरिए बिना किसी ब्लूटूथ और वाईफाई के हैक किया जा सकता है। इसके लिए चिपसेट कर्नेल को बाइपास करना होता है। ईवीएम में काफी पुराना चिपसेट यूज किया जाता है। बता दें कि ईवीएम हैकिंग को लेकर हो रहे प्रेस-कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल की मौजूदगी को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
चुनाव आयोग ने किया खंडन
आपको बता दें कि ईवीएम हैक करने का दावा करने की खबर सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने एक बयान जारी किया है। अपने बयान में चुनाव आयोग ने कहा कि भारतीय चुनाव सिस्टम को बदनाम करने की एक कोशिश है। चुनाव आयोग की छवि को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है। चुनाव आयोग ने कहा है कि ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित है, इसे हैक करना संभव नहीं है। अब तक ईवीएम को हैक करने की कोई खबर नहीं आई है और न हीं किसी ने हैक करके दिखाया है। चुनाव आयोग ने कहा है कि जिस भी शख्स ने यह दावा किया है और आयोग के छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई संभव है।
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Updated on:
22 Jan 2019 08:21 am
Published on:
21 Jan 2019 08:05 pm
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