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एम्स की बड़ी चेतावनी, दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग की वजह से हो सकती है हजारों मौत

स्मॉग की वजह से गैस चेंबर बन चुकी दिल्ली के लोगों को लिए एम्स ने बड़ी चेतावनी जारी की है।

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Chandra Prakash Chourasia

Nov 08, 2017

Delhi smog

नई दिल्ली: स्मॉग की वजह से गैस चेंबर बन चुकी दिल्ली के लोगों को लिए एम्स ने बड़ी चेतावनी जारी की है। एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि दिल्ली का वर्तमान प्रदूषण बहुत ही भयावह है। गुलेलिया ने दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण संबंधी बीमारियों के कारण पिछली बार लगभग 30,000 अनुमानित मौतें हो चुकी है। इसबार भी एयर पॉल्यूशन अपने चरम पर है।


आज के बच्चे कल गंभीर बीमारी से होंगे पीड़ित
गुलेरिया ने कहा कि प्रदूषण से बच्चे और वृद्ध सबसे अधिक रूप से प्रभावित हैं। ऐसे प्रदूषण को देखते हुए आज के बच्चे अगले 20 साल में फेफड़े की गंभीर बीमारी से पीड़ित होंगे।

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मास्क और एयर प्यूरीफायर कुछ समय के लिए कारगर
रणदीप गुलेरिया ने गैस चेंबर बने दिल्ली में स्मॉग से बचने के लिए मास्क पहनकर खुद को सुरक्षित समझने वालों को भी सावधान किया है। गुलेरिया ने कहा कि दिल्ली के वर्तमान प्रदूषण में N95 मास्क और वायु शोधक सांस से संबंधित खतरों में लंबे समय तक आपको सुरक्षित नहीं रख सकता है। N95 मास्क एक श्वसन यंत्र हैं, जो नाक और मुंह को कवर करता है


वायु प्रदूषण से बढ़ रहा मौत का आंकड़ा
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण स्तर बढ़ने पर देश के प्रमुख श्वास-रोग विशेषज्ञों में से एक गुलेरिया ने कहा, हम सभी को यह समझने की जरूरत है कि N95 मास्क और एयर प्यूरीफायर लंबे समय तक सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते और न ही पूरी तरह से प्रभावी हैं। N95 मास्क और एयर प्यूरीफायर की बिक्री पिछले कुछ दिनों में प्रदूषण के कारण बढ़ गई है।


संभल कर रहे श्वास के रोगी
गुलेरिया ने कहा कि मैं एक बार फिर चेतावनी देना चाहता हूं कि वर्तमान प्रदूषण के स्तर के कारण मरीजों की मौत हो सकती है.. खासकर उन लोगों की, जो सांस संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की ओपीडी में सांस के रोग से पीड़ित मरीजों में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।


गैस चेंबर बनी दिल्ली
बता दें कि वहीं राजधानी दिल्ली में खुली हवा में सांस लेना दूभर हो चुका है। स्मॉग इतना है कि सुबह विजिविलिटी जीरो हो गई। एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक 500 के स्केल पर पॉल्यूशन का लेवल 487 पार कर चुका है। दिल्ली के स्कूल बंद हो गए हैं। एनटीजी कोर्ट ने दिल्ली, हरियाणा और यूपी सरकारों पर प्रदूषण पर लगाम लगाने में असफल रहने पर फटकार लगाई है।