
नई दिल्ली। देश में बढ़ती कोरोना वायरस ( coronavirus in India ) मरीजों की संख्या के बीच हरियाणा सरकार ( Government of Haryana ) ने बड़ा कदम उठाया है। सूबे की खट्टर सरकार ने फैसला लिया है कि हरियाणा में कोरोना ( Coronavirus in Haryana ) का प्रसार देखते हुए फिलहाल 30 सितंबर तक सभी स्कूल कॉलेज बंद रखे जाएंगे। हरियाणा सरकार ने यह फैसला स्कूलों में 56 छात्रों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद लिया है। वहीं, हरियाणा से सटी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली ( Coronavirus in Delhi ) में भी कोरोना वायरस का कहर जारी है। यहां कोरोना वायरस की वजह से 8,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। चूंकि दोनों राज्यों की सीमाएं आपस में मिली हुई हैं, इसलिए हरियाणा सरकार कोरोना की रोकथाम को लेकर अलर्ट हो गई है।
कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव स्कूलों में
गौरतलब है कि दिल्ली की तरह हरियाणा में भी कोरोना वायरस के केसों में उछाल देखने को मिला है। हरियाणा में कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव स्कूलों में देखने को मिल रहा है। इसी का नतीजा है कि सूबे के स्कूलों में अब तक 333 छात्र और 38 टीचर्स कोरोना संक्रमित मिले हैं। जिसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा था कि क्योंकि कोरोना वायरस स्कूलों मे एंट्री कर गया है। ऐसे में स्कूलों को खोलने या बंद रखने पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में एक हजार लोगों प एक डॉक्टर देने की योजना पर विचार किया जा रहा है।
आपको बता दें कि हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को शुक्रवार को कोवैक्सीन का परीक्षण खुराक दिया गया। इस वैक्सीन को भारत में बनाया गया है। विज टीके के तीसरे चरण के परीक्षण के लिए स्वयंसेवकों में शामिल थे। 67 वर्षीय भाजपा नेता को अंबाला के सिविल अस्पताल में ये खुराक दी गई। वह किसी भी राज्य सरकार के पहले कैबिनेट मंत्री हैं जो ट्रायल खुराक लेने के लिए अपनी इच्छा से आगे आए हैं। सिविल सर्जन कुलदीप सिंह ने कहा कि विज को कोवैक्सीन खुराक दी गई है। खुराक देने से पहले, विज के अस्पताल में कुछ जरूरी टेस्ट किए गए। मंत्री ने मीडिया को बताया कि टीका अगले साल की शुरूआत तक लोगों के लिए उपलब्ध होने की संभावना है।
Updated on:
20 Nov 2020 06:08 pm
Published on:
20 Nov 2020 05:49 pm
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