आनेवाले दिनों में तुम दोनों को ही अपने किसी भी काम का नतीज झेलना पड़ेगा, इसलिए तुम किसी और को तुम्हारे लिए फैसला करने का हक मत दो। नव्या, तुम्हारे सरनेम की खासियत तुम्हें उन मुश्किलों से नहीं बचाएगी, जो एक महिला होने के नाते तुम्हारे सामने आएगी। आराध्या, समय आने के साथ तुम इन चीजों को समझोगी। हो सकता है उस समय मैं तुम्हारे साथ न रहूं। लेकिन मुझे लगता है कि जो मैं आज कह रहा हूं वो उस वक्त भी तुम्हारे लिए सही होगा। एक महिला के लिए यह दुनिया मुश्किल हो सकती है, लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि तुम जैसी महिलाएं इन चीजों को बदल सकती हो। तुम हर महिला के लिए एक उदाहरण बन सकती हो। ऐसा ही करना जैसा मैंने आज तक किया है। तुम लोग इससे कही ज्यादा करोगी जो मेरे लिए सम्मान की बात होगी। मैं अमिताभ बच्चन के नाम से नहीं, तुम्हारे दादाजी और नानाजी के नाम से जाना जाऊं।