यों जुटाई सपने देखने की हिम्मत –
अ पनी इंस्टाग्राम पोस्ट में मान्या ने लिखा, ‘खून, पसीना व आंसू बहाकर मैंने सपने देखने की हिम्मत जुटाई। मेरे सभी कपड़े दूसरों के दिए हुए होते थे। बचपन में लगता था, शायद किस्मत साथ नहीं देगी।
अदृश्य दीवारें गिरा दीं –
मिस वल्र्ड 2017 मानुषी छिल्लर ने मान्या की पोस्ट पर कमेंट किया कि उन्होंने अदृश्य दीवारों को गिरा उपलब्धि पाई है।
ठान लो तो सब संभव –
आज मैं यहां हूं, दुनिया को दिखाने के लिए कि इंसान ठान ले तो सब कुछ कर सकता है। खुद पर विश्वास हो।
-मान्या सिंह
रेस्टोरेंट में बर्तन तक धोने पड़े: मान्या ने बताया, तंगी के दिनों में उन्हें कई रातें बगैर भोजन काटनी पड़ीं। दिन में वह पढ़ाई करतीं, शाम को रेस्टोरेंट में बर्तन धोती थीं, रात को कॉल सेंटर में काम करती थीं।