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6 सप्ताह पहले ही डेबिट कार्ड हैक का था पता, पर सोते रहे बैंक!

बैंको को 6 सप्ताह पहले ही पता लग गया था कि दूसरे देशों से कार्ड्स में सेंधमारी हो रही है, लेकिन कोई सिक्योरिटी अलर्ट जारी नहीं किया गया...

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Pawan Kumar Rana

Oct 21, 2016

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नई दिल्ली। भारतीय बैंको से जुड़े करीब 32 लाख डेबिट कार्ड पर सेंधमारी हुई लेकिन बैंक अपने ग्राहकों को आर्थिक नुकसान से बचा नहीं पाए। इतना ही नहीं, बैंको को 6 सप्ताह पहले ही पता लग गया था कि दूसरे देशों से भारतीय ग्राहकों के कार्ड्स में सेंधमारी हो रही है, लेकिन कोई सिक्योरिटी अलर्ट जारी नहीं किया गया।

एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक बैंकों को 6 सप्ताह पहले ही ग्राहकों की शिकायतें मिलना शुरू हो गई थी। चीन, अमरीका, इंडोनेशिया और रूस से डेबिट कार्ड्स से ट्रांजेक्शन हो रहे थे, ग्राहक शिकायत कर रहे थे, लेकिन बैंकों ने ना तो ग्राहकों को सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया और ना ही अथॉरिटीज को इसकी जानकारी दी। अगर समय रहते चेत जाते तो नुकसान को बढऩे से रोका जा सकता था।

रपटों के अनुसार हिताची पेमेंट के डेटा में सेंध के बाद विभिन्न बैंकों ने
अपने ग्राहकों के 32 लाख से अधिक डेबिट कार्ड या तो ब्लाक कर दिए हैं या
वापस मंगवाए हैं ताकि उन्हें किसी वित्तीय धोखाधड़ी का शिकार होने से बचाया
जा सके। माना जा रहा है कि एक पेमेंट गेटवे के सुरक्षा तंत्र में सेंध एक मॉलवेयर
के चलते लगी और इससे सैकड़ों करोड़ रुपये की रकम पर खतरा आ गया। हिताची के सिस्टम मालवेयर की वजह से डेबिट कार्ड सेंधमारी के बारे में हिताची पेमेंट सर्विसेज ने कहा उसकी प्रणाली में कोई सेंधमारी नहीं हुई है। वहीं मास्टरकार्ड ने भी अपनी प्रणाली में किसी तरह की चूक से इनकार किया है।

हिताची पेमेंट सर्विस के प्रबंध निदेशक लोनी एंटनी ने कहा कि कंपनी की भुगतान सेवाएं लेने वाले कुछ बैंकों ने जुलाई के आखिर में ऐसे अवैध लेनदेन की रपट दी थी। इसके बाद उसने आंतरिक जांच की जिसमें किसी तरह की सुरक्षा सेंध सामने नहीं आई। सितंबर में बैंकों ने फिर संदिग्ध लेनदेन की रपट दी तो बाहरी आडिट एजेंसी नियुक्त की गई।


मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों ने बताया कि आरबीआई ने बैंकों से कहा कि वे अपने एटीएम में सुरक्षा घेरा टूटने के बारे में रिपोर्ट पेश करें। वहीं इस संबंध में फॉरेंसिक रिपोर्ट इस महीने के अंत तक अपने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि आरबीआई ने यस बैंक से बात की है, जो हिताची पेमेंट सर्विसेज का इस्तेमाल करता है। हिताची पेमेंट सर्विसेज से ही सेंध लगने की बात की जा रही है।

आपको बता दें कि एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, यस बैंक, एक्सिस बैंक सहित कई बैंकों के 32 लाख से ज्यादा डेबिट कार्ड्स की डिटेल्स में सेंध लगी है। डेबिट कॉर्ड पर साइबर अटैक के नए मामले ने पूरे देश में खलबली मचा दी है। SBI और चार सहयोगी बैंकों के डेबिट कॉर्ड ब्लॉक हुए हैं साथ ही SBI, HDFC, ICICI, AXIS और YES बैंक डेबिट कॉर्ड ब्लॉक हुए हैं। 6 लाख से ज्यादा डेबिट कॉर्ड ब्लॉक हो चुके हैं अभी तो सिर्फ एसबीआई और सहयोगी बैंकों ने ही फर्जीवाड़े की आशंका के चलते कॉर्ड ब्लॉक किए हैं। डेटा सिक्योरिटी टूटने की वजह से एसबीआई ने कॉर्ड ब्लॉक किए हैं।

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