
एप के माध्यम से गाड़ी बुक करने से पहले सावधान!
नई दिल्ली। जब कभी आप एप के माध्यम से कोई टैक्सी बुक करते हैं तो सावधान रहें। वरना किसी भी बड़ी दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं। ऐसा ही एक मामला दिल्ली में आया जब नेहा जोशी ने उबर एप के माध्यम से गाड़ी बुक की लेकिन रास्ते में उन्हें पता चला कि बुक करने के बाद उनके मोबाइल में जिस ड्राइवर का नाम है वह कोई और है जबकि गाड़ी चलाने वाला शख्स दूसरा है।
उबर कम्पनी के प्रवक्ता की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जो कुछ भी हुआ वह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इस मामले में कम्पनी ने आरोपी ड्राइवर के साथ करार समाप्त कर दिया है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा की मीडिया संयोजक नेहा ने बताया कि यह महिलाओं की सुरक्षा से खिलवाड़ का मामला है। इस पर कड़ी कावाई होनी चाहिए जिससे की महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
क्या हुआ नेहा के साथ
"पत्रिका" से बातचीत में नेहा ने बताया कि इंदिरा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से वह रात को ग्यारह बजकर बीस मिनट पर निकलीं। उन्होंने उबर एप के जरिए कार बुक की। गाड़ी में बैठने के साथ ही ड्राइवर को लेकर मन में कुछ आशंका हुई। एप में जो ड्राइवर की तस्वीर थी और जो ड्राइवर गाड़ी चला रहा था उसमें उन्हें फर्क नजर आया।
गलत जानकारी ड्राइवर ने दी
नेहा ने बताया कि बार – बार ड्राइवर उन्हें गलत जानकारी दे रहा था। अपना नाम उसने अमित बताया जबकि ड्राइविंग लाइसेंस में इरशाद नाम लिखा था। गाड़ी के बारे में उसने बताया कि यह गाड़ी उसके चाचा की है। अपने चाचा का नाम भी बार – बार पूछने पर वह बताने से इन्कार करता रहा। नेहा का कहना है कि यदि ऐसे में किसी भी तरह की कोई दुर्घटना हो जाती तो पुलिस कैसे उस ड्राइवर तक पहुंच पाती। इसके साथ ही उबर की ओर से जब इस बारे में शिकायत की गई तो उन्होंने जो जबाब दिया उससे वह संतुष्ट नहीं थी।
ड्राइवर को निकाला
इस मामले के बारे में पूछे जाने पर उबर के प्रवक्ता ने कहा कि इस घटना के दौरान यात्री को हुई तकलीफ का उन्हें खेद है। कम्पनी की ओर से यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए जो नियम तय हैं यह उसका उल्लंघन है। यात्री से मिली जानकारी के बाद ड्राइवर को कम्पनी से बाहर कर दिया गया है। साथ ही यात्रियों से मिली जानकारी के आधार पर अपनी सेवाओं को और बेहतर करने की कोशिश करेंगे।
सेल्फी विद ड्राइवर
एप के जरिये गाड़ी बुक करने वाली एक अन्य कम्पनी ओला के प्रवक्ता ने बताया कि ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कम्पनी की ओर से ‘सेल्फी विद ड्राइवर’ कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। किसी भी ड्राइवर की सभी जानकारी हमारे सर्वर पर होती है। ड्राइवर को बिना बताए मोबाइल पर उसके साथ सेल्फी खींचकर फोटो भेजने को कहा जाता है। यदि ड्राइवर का चेहरा उसके द्वारा पहले से दी गई जानकारी से मेल नहीं खाता है तो उस ड्राइवर का करार कम्पनी की ओर से रद्द् कर दिया जाता है।
ताकि महिलाएं हो सुरक्षित
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर मोबाइल फोन के आधार पर बुकिंग करने वाली कम्पनियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर चुकी हैं। उन्होंने इसके लिए देश की कई घटनाओं का भी जिक्र किया था जिसमें यह बताया गया था कि सफर के दौरान ड्राइवर किस तरह से महिलाओं के साथ बदसलूकी करते हैं।
Published on:
14 Feb 2019 01:16 pm
बड़ी खबरें
View Allविविध भारत
ट्रेंडिंग
