
बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय बक्सर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच को लेकर चर्चा आए बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ( Bihar DGP Gupteshwar Pandey ) ने निर्धारित समय से 5 माह पूर्व स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ( VRS ) ले ली है। फिलहाल डीजी होमगार्ड एसके सिंघल ( IPS SK Singhal ) को डीजीपी का प्रभार सौंपा गया है। गृह विभाग ने इसकी अधिसूचना मंगलवार को जारी कर दी है। गुप्तेश्वर पांडेय द्वारा वीआरएस लेने के बाद से माना जा रहा है कि वह बिहार विधानसभा का चुनाव ( Bihar Assembly Election ) लड़ेंगे। साथ ही नीतीश कुमार का राजनीति के मैदान में हाथ मजबूत करेंगे ।
वैसे सुशांत सिंह केस की जांच को लेकर चर्चा में आने के बाद से ही इस बात की चर्चा है कि बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ( DGP Gupteshwar Pandey ) के विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। अब इस बात की चर्चा है कि वह बक्सर जिले की विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
बक्सर सीट से लड़ सकते हैं चुनाव
कुछ दिनों पहले ही गुप्तेश्वर पांडेय की जेडीयू बक्सर जिलाध्यक्ष के साथ एक तस्वीर वायरल हुई थी। इसके बाद उनके बक्सर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है। वीआरएस लेने के बाद यह लगभग तय माना जा रहा है कि वे बिहार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाएंगे।
1987 बैच के आईपीएस अधिकारी
दरअसल, गुप्तेश्वर पांडेय ( Gupteshwar Pandey ) 1987 बैच के आईपीएस अफसर हैं। संयुक्त बिहार में कई जिलों के एसपी और रेंज डीआईजी के अलावा वे मुजफ्फरपुर के जोनल आईजी भी रहे हैं। कुछ समय क लिए एडीजी मुख्यालय और डीजी बीएमपी का भी उन्होंने पद संभाला था। केएस द्विवेदी के सेवानिवृत होने के बाद फरवरी, 2019 में बिहार के डीजीपी नियुक्त किए गए थे।
वीआरएस का आवेदन स्वीकार
गुप्तेश्वर पांडेय द्वारा वीआरएस लेने के बाद बिहार गृह विभाग द्वारा ( Home department Bihar ) जारी अधिसूचना के मुताबिक 22 सितंबर, 2020 के अपराह्न से उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्रदान की गई है। उन्होंने मंगलवार को स्वैच्छिक सेवानिवृत स्कीम ( Voluntary retirement scheme ) के तहत इसके लिए आवेदन दिया था। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए कम से कम 3 माह पहले पूर्व आवेदन किए जाने के नियम को दरकिनार करते हुए बिहार के राज्यपाल ( Bihar Governor ) ने उनके आवेदन को स्वीकार कर लिया है।
2009 में लड़ना चाहते थे लोकसभा चुनाव
आईजी के पद पर काम करते हुए गुप्तेश्वर पांडेय ने 2009 में वीआरएस ले लिया था। तब उनके बक्सर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चर्चा थी। हालांकि बाद में वे किसी भी दल से चुनावी मैदान में नहीं उतरे और वीआरएस को भी वापस ले लिया था। इससे साथ है कि सियासी पिच पर बैटिंग करने को लेकर वह लंबे अरसे से अवसर की तलाश में थे।
एसके सिंघल को मिली डीजीपी की जिम्मेदारी
डीजीपी बिहार गुप्तेश्वर पांडेय के वीआरएस लेने के बाद 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी और डीजी होमगार्ड एसके सिंघल ( IPS SK Singhal ) को डीजीपी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीजी में प्रमोशन से पहले एसके सिंघल एडीजी मुख्यालय के पद पर लंबे समय तक तैनात थे।
बिहार के 26 जिलों में कर चुके हैं काम
पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का जन्म बक्सर जिले के छोटे से गांव गेरुआ में 1961 में हुआ था। 1986 में आइआरएस बने। तब वह अपनी इस नौकरी से संतुष्ट नहीं थे। 1987 में दोबारा यूपीएससी की परीक्षा दी और आइपीएस बने। 31 साल की सेवा में गुप्तेश्वर पांडेय एएसपी, एसपी, एसएसपी, डीआइजी, आइजी, एडीजी के रूप में बिहार के 26 जिलों में काम कर चुके हैं।
अक्टूबर-नवंबर में है विधानसभा चुनाव
बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी घमासान जारी है। अक्टूबर-नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने वाला है। इस बीच वीआरएस लेने के बाद से गुप्तेश्वर पांडेय के बारे में बक्सर से चुनाव लड़ने की सूचना है।
Updated on:
23 Sept 2020 09:27 am
Published on:
23 Sept 2020 09:19 am
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